डॉ. मनसुख मांडविया ने ईपीएस योजना के तहत नई केंद्रीकृत पेंशन भुगतान प्रणाली के प्रायोगिक परीक्षण के सफल समापन की घोषणा की

जम्मू, श्रीनगर और करनाल क्षेत्रों के 49 हजार ईपीएस पेंशनभोगियों को अक्टूबर 2024 के लिए 11 करोड़ रुपये से अधिक पेंशन वितरित की गई: केंद्रीय...

राष्ट्र के सुरक्षित डिजिटल भविष्य की दिशा में कदम : ज्योतिरादित्य एम.सिंधिया, केन्द्रीय संचार तथा उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री

तकनीकी प्रगति के साथ पैदा होने वाले खतरों से नागरिकों को बचाने के लिए एक सुदृढ़ साइबर व्यवस्था से लैस भारत का निर्माण करना होगा...

आईएफएफआई 2024: वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब में छह फिल्में दिखाई जाएंगी

आईएफएफआई में वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब में नवोदित फिल्म निर्माताओं को मार्गदर्शन दिया जाएगा  फिल्म बाजार ने छह असाधारण फिक्शन फिल्मों की घोषणा की है, जिसने इस साल आईएफएफआई में...

एनएसओ का सुपरविजन मॉड्यूल वेब एवं मोबाइल एप्लिकेशन पर राज्‍यस्‍तरीय प्रशिक्षण सम्‍मेलन सम्‍पन्‍न

रायपुर: 05 नवम्‍बर, 2024 राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO), रायपुर में आज, डिजिटल जनरल क्रॉप एस्टिमेशन सर्वे के सुपरविजन मॉड्यूल के वेब/मोबाइल एप्लिकेशन पर प्रशिक्षण हेतु...

कारीगरों का सम्मान: पीएम विश्वकर्मा योजना

प्रविष्टि तिथि: 04 NOV 2024 5:31PM by PIB Delhi 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत भर के कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल का अनावरण किया: पीएम विश्वकर्मा योजना। 17 सितंबर, 2023 को विश्वकर्मा जयंती के दौरान द्वारका, नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में लॉन्च की गई यह योजना, पारंपरिक शिल्प कौशल का समर्थन करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। 16 अगस्त, 2023 को पीएम मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा अनुमोदित, पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य विभिन्न पारंपरिक शिल्पों में कुशल व्यक्तियों का उत्थान करना है, जिससे भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित किया जा सके।  यह योजना अनौपचारिक या असंगठित क्षेत्र में लगे कार्यबल के एक महत्वपूर्ण हिस्से को लक्षित करती है, जहाँ लोहार, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, बढ़ई जैसे कारीगर अपने हाथों और औजारों से काम करते हैं। इन कारीगरों  को विश्वकर्मा कहा जाता है। कारीगरों के ये कौशल अक्सर पीढ़ियों से आगे बढ़ते हैं, गुरु-शिष्य प्रारूप का पालन करते हुए मार्गदर्शन और प्रशिक्षण देते हैं, जो सदियों पुरानी परंपराओं की निरंतरता को बढ़ावा देता है। कारीगरों के उत्पादों की गुणवत्ता और बाजार पहुंच को बढ़ाकर, पीएम विश्वकर्मा योजना इन कुशल व्यक्तियों को घरेलू और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं, दोनों में एकीकृत करना चाहती है। अपनी शुरुआत के बाद से, इस योजना के प्रति कारीगरों ने उल्लेखनीय रुचि दिखायी है, जिसके तहत 25.8 मिलियन आवेदन जमा किए गए हैं। इनमें से, 2.37 मिलियन आवेदकों ने तीन-चरण की सत्यापन प्रक्रिया को पूरा करने के बाद सफलतापूर्वक पंजीकरण कराया है।        *4 नवंबर, 2024 तक इसके अलावा, लगभग 1 मिलियन पंजीकृत कारीगरों को ई-वाउचर के माध्यम से 15,000 रुपये तक के टूलकिट प्रोत्साहन से लाभ हुआ है, जिससे वे अपने शिल्प कौशल में वृद्धि करने वाले आधुनिक उपकरण प्राप्त करने में सक्षम हुए हैं। पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक शिल्प को पुनर्जीवित करने और देश की सांस्कृतिक विविधता और विरासत को मूर्त रूप देने वाले कारीगरों का समर्थन करने के लिए भारत सरकार के संकल्प का प्रमाण है। योजना की मुख्य बातें पीएम विश्वकर्मा योजना केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित है, जिसका वित्तीय परिव्यय पांच साल (वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28) की अवधि के लिए 13,000 करोड़ रुपये है। विश्वकर्माओं को बायोमेट्रिक-आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का उपयोग करते हुए सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से निःशुल्क पंजीकृत किया जाता है। कारीगरों और शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और एक आईडी कार्ड के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाती है। उन्हें 5% की रियायती ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये (पहली किस्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किस्त) तक का गिरवी-मुक्त ऋण समर्थन प्राप्त होता है। भारत सरकार 8% की सीमा तक ब्याज अनुदान देती है और यह धनराशि बैंकों को अग्रिम रूप से प्रदान की जाती है। यह योजना, शिल्पकारों को बुनियादी और उन्नत प्रशिक्षण, 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन तथा डिजिटल लेनदेन और विपणन सहायता के लिए प्रोत्साहन सहित कौशल उन्नयन के तरीके प्रदान करती है।...

एफटीआईआई की छात्र फिल्म ‘सनफ्लावर वर द फर्स्ट वन्स टू नो’ ने लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म श्रेणी में ऑस्कर के लिए अर्हता हासिल की

एफटीआईआई द्वारा निर्मित और ला सिनेफ-कान्स विजेता फिल्म 97वें अकादमी पुरस्कार में प्रतिस्पर्धा करेगी प्रविष्टि तिथि: 04 NOV 2024 5:55PM by PIB Delhi भारतीय फिल्म...

महारत्न पीएसयू एनटीपीसी और ओएनजीसी संयुक्त उद्यम कंपनी बनाएगी

प्रविष्टि तिथि: 04 NOV 2024 5:53PM by PIB Delhi महारत्न पीएसयू एनटीपीसी और ओएनजीसी ने नवीकरणीय और नवीन ऊर्जा क्षेत्र में अपनी रुचि को और...

संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय : डाक विभाग के विशेष अभियान 4.0 के तहत प्राप्त उपलब्धियों से स्वच्छ भारत मिशन को मिली मजबूती

प्रविष्टि तिथि: 04 NOV 2024 4:51PM by PIB Delhi डाक विभाग ने अपने राष्ट्रव्यापी नेटवर्क में विशेष अभियान 4.0 के तहत अनेक गतिविधियों का आयोजन...

रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय : रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग (डीसीपीसी) ने 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2024 तक विशेष अभियान 4.0 चलाया

डीसीपीसी अपने संगठनों के साथ स्वच्छता को मुख्यधारा में लाने और कार्यालयों में लंबित मामलों को कम करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए अभियान में...

आईएसए की सातवीं आम सभा में केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी का संबोधन

प्रविष्टि तिथि: 04 NOV 2024 6:32PM by PIB Delhi माननीय मंत्रीगण, आईएसए असेंबली के उपाध्यक्षगण राजदूत, उच्चायुक्त, मानद वाणिज्यदूत, महानिदेशक, अन्य महानुभाव और सम्मानित प्रतिनिधिगण आज अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की 7वीं महासभा में आपके समक्ष होना...