
होलिका और प्रहलाद
हिरण्यकश्यप नामक एक राक्षस राजा का वर्णन है, जो अपनी शक्ति और अधिकार के मद में चूर था। वह भगवान विष्णु से नफरत करता था और अपने पुत्र प्रहलाद को भी भगवान विष्णु की पूजा करने से रोकता था।

हिरण्यकश्यप की बहन होलिका एक शक्तिशाली राक्षसी थी, जिसे आग में नहीं जलने का वरदान प्राप्त था। हिरण्यकश्यप ने होलिका को प्रहलाद को आग में जलाने के लिए कहा, लेकिन जब होलिका प्रहलाद को आग में ले गई, तो भगवान विष्णु की कृपा से प्रहलाद बच गया और होलिका आग में जल गई।
इस घटना को होली के रूप में मनाया जाता है, जो अच्छाई की जीत और बुराई के नाश का प्रतीक है।
होली का त्योहार हमें कई महत्वपूर्ण सबक सिखाता है:
- अच्छाई और बुराई के बीच का संघर्ष।
- भगवान की शक्ति और कृपा।
- भाईचारे और एकता का महत्व।
- रंगों और खुशी का त्योहार।
होली का त्योहार हमें जीवन में सकारात्मकता और खुशी को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है।
होली की राम-राम🙏🏻