
प्रविष्टि तिथि: 14 OCT 2025 6:20PM by PIB Raipur
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर के सहयोग क्लब की पहल पर ‘स्वच्छता ही सेवा 2025’ अभियान के तहत सफाईमित्रों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और कल्याण विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। यह कार्यशाला 14 से 18 अक्टूबर तक आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य सफाईकर्मियों के स्वास्थ्य संरक्षण, जागरूकता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव रहे। इस अवसर पर डीन (छात्र कल्याण) डॉ. मनोज कुमार चोपकर, डॉ. डी. सी. झारिया, डॉ. तीरथ प्रसाद साहू, डॉ. बी. एन. बाग, संस्थान के संकाय सदस्य, सफाईमित्र और छात्र उपस्थित थे। कार्यशाला का समन्वय डॉ. आशीष कुमार दास, डॉ. मधुकृष्णा प्रियदर्शिनी (फैकल्टी इन-चार्ज, सहयोग क्लब) एवं डॉ. सौम्या अग्रवाल, मेडिकल ऑफिसर, एनआईटी डिस्पेंसरी द्वारा किया जा रहा है।

उद्घाटन समारोह में डॉ. दास ने कहा कि “हमारे सफाईमित्र सच्चे नायक हैं, जो न केवल स्वच्छता का दायित्व निभाते हैं, बल्कि स्वस्थ समाज की नींव रखते हैं।” उन्होंने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य स्वच्छता के साथ-साथ स्वास्थ्य पर समान ध्यान देना है।

डॉ. झारिया ने सफाईकर्मियों को “स्वच्छता के सिपाही” बताते हुए कहा कि वे अपने दैनिक दायित्वों से राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “यदि हर परिवार स्वच्छ रहेगा तो पूरा देश स्वच्छ और स्वस्थ बनेगा।”

अपने संबोधन में डॉ. रमना राव ने कहा कि सफाईमित्र समाज के ऐसे स्तंभ हैं जिनके बिना स्वस्थ जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि उन्हें हेपेटाइटिस, टायफाइड और टी.बी. जैसी बीमारियों से सुरक्षित रखना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने सफाईकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान देने और उन्हें सरकारी योजनाओं एवं नीतियों की नियमित जानकारी देने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो सकें।
कार्यक्रम का समापन डॉ. मधुकृष्णा प्रियदर्शिनी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
इसके पश्चात कार्यशाला के तकनीकी सत्रों का शुभारंभ हुआ। डॉ. दुर्गेश शर्मा (एमपीटी, बाल रोग), रोल एंड क्रॉल क्लिनिक, दुर्ग ने सफाई के सही और सुरक्षित तरीकों की जानकारी दी और कार्य करते समय शरीर की सही स्थिति बनाए रखने के उपाय बताए। डॉ. सुप्रिया गुप्ता (एमपीटी, न्यूरोलॉजी), न्यूरोमोशन रिहैबिलिटेशन क्लिनिक, दुर्ग ने सफाईकर्मियों की क्रॉनिक पेन और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं पर चर्चा की तथा समाधान सुझाए। उन्होंने एक योग और व्यायाम सत्र भी आयोजित किया।
डॉ. समीर मित्तल, ऑर्थोपेडिक सर्जन, सुयश हॉस्पिटल, रायपुर ने आर्थराइटिस और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे दीर्घकालिक रोगों के लक्षण, प्रबंधन और रोकथाम पर जानकारी दी।
कार्यशाला के दौरान हेल्थ चेकअप कैंप भी आयोजित किया गया, जिसमें एएसजी आई हॉस्पिटल द्वारा नेत्र परीक्षण, सिकल सेल संस्थान, छत्तीसगढ़ द्वारा सिकल सेल परीक्षण और फिजियोथेरेपी परामर्श जैसी सेवाएँ प्रदान की गईं। सफाईमित्रों ने उत्साहपूर्वक स्वास्थ्य परीक्षण और जागरूकता गतिविधियों में भाग लिया।
यह पहल एनआईटी रायपुर के सामाजिक उत्तरदायित्व और सफाईकर्मियों के सम्मान, स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।