
Raipur chhattisgarh VISHESH व्हाइट हाउस ने कहा है कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे भीषण युद्ध के बीच अमेरिका ने यूक्रेन को दिए जा रहे कुछ हथियारों की आपूर्ति रोक दी है.
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एना केली ने मंगलवार को कहा कि यह निर्णय “अमेरिका के हितों को सर्वोपरि रखने” के लिए लिया गया है. अमेरिकी रक्षा विभाग ने “अन्य देशों को दी जाने वाली अमेरिकी सैन्य सहायता और सहयोग” की समीक्षा की और इसके बाद यह निर्णय लिया गया.

फरवरी 2022 में रूसी हमले के बाद अमेरिका ने यूक्रेन को अरबों डॉलर की सैन्य सहायता भेजी है, इसके कारण ट्रंप प्रशासन में कुछ लोगों ने चिंता व्यक्त की है कि अमेरिकी भंडार बहुत कम है. यूक्रेन ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि किस शिपमेंट को रोका जा रहा है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, हथियारों में वायु रक्षा मिसाइलें और सटीक हथियार भी शामिल हैं. अमेरिकी रक्षा नीति उपसचिव एल्ब्रिज कोल्बी ने कहा कि रक्षा विभाग “यूक्रेन को सैन्य सहायता जारी रखने के लिए राष्ट्रपति को मज़बूत विकल्प प्रदान करता रहेगा.”
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि इसराइल ने ग़ज़ा में 60 दिन के युद्धविराम को अंतिम रूप देने के लिए ज़रूरी शर्तों पर अपनी सहमति दे दी है.
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा, “हम युद्ध को समाप्त करने के लिए सभी पक्षों के साथ मिलकर काम करेंगे” हालांकि उन्होंने शर्तों का कोई ब्यौरा नहीं दिया.
ट्रंप ने लिखा है, क़तर और मिस्र ने शांति स्थापित करने के लिए बहुत मेहनत की है और वही इस अंतिम प्रस्ताव को पेश करेंगे.मुझे उम्मीद है कि हमास इस समझौते को स्वीकार करेगा क्योंकि इससे बेहतर स्थिति कुछ नहीं होगी बल्कि और ख़राब ही होगी. सात अक्तूबर 2023 को हमास ने इसराइल पर हमला किया था. इसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे. इसके बाद इसराइल ने ग़ज़ा में सैन्य अभियान शुरू किया.
हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, तब से अब तक ग़जा में कम से कम 56 हज़ार 647 लोगों की मौत हुई है. हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया कि हमास इन शर्तों को स्वीकार करेगा या नहीं. ट्रंप की यह घोषणा अगले सप्ताह इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के साथ होने जा रही बैठक से पहले आई है, जिसे लेकर ट्रंप ने कहा कि वह बहुत दृढ़ रहेंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को कहा कि उनका मानना है कि नेतन्याहू भी ग़ज़ा में शत्रुता समाप्त करना चाहते हैं. ट्रंप ने ये भी कहा, मुझे लगता है कि हम अगले सप्ताह समझौता कर लेंगे. पिछले सप्ताह हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि मध्यस्थों ने ग़ज़ा में नए युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए प्रयास बढ़ा दिए हैं, लेकिन इसराइल के साथ वार्ता अभी भी रुकी हुई है.
इसराइल ने कहा है कि संघर्ष तभी समाप्त हो सकता है, जब हमास को पूरी तरह से ख़त्म कर दिया जाए. हमास लंबे समय से स्थायी युद्धविराम और ग़ज़ा से इसराइल की पूरी तरह वापसी की मांग करता रहा है. क़रीब 50 इसराइली अभी ग़ज़ा में बंधक हैं, इनमें से कम से कम 20 के जीवित होने की संभावना है.