
Report manpreet singh
RAIPUR chhattisgarh VISHESH :परिचितों को दिया उधार डूबने और उस पर भी झूठी शिकायत के चलते पुलिस के टॉर्चर से दु:खी रेडीमेड कपड़ों के एक व्यापारी ने फांसी लगा ली। लॉकडाउन में बिजनेस की हालत खस्ता होने पर एक व्यापारी ने अपने परिचितों से उन्हें दिया उधार मांगा। लेकिन उन्होंने पैसे लौटाने के बजाय पुलिस में झूठी शिकायत दर्ज कर दी। पुलिस ने थाने में बैठाकर व्यापारी को अपमानित किया। यह सदमा वो बर्दाश्त नहीं कर सका और फांसी लगा ली। इस मामले में अब विजय नगर पुलिस ने केस दर्ज किया है।
पुलिस के अपमान से टूट गया व्यापारी
विजय नगर टीआई तहजीब काजी ने बताया 57 वर्षीय हरीश पाहवा चंद्र नगर के रहने वाले थे। उनके बेटे वंश(29) ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा गया कि उनके पिता ने अपने ममेरे भाई प्रमोद सेठी, उनके बेटे रोहन और राघव सेठी को 23 लाख रुपए उधार दिए थे। अब जब लॉकडाउन में पिता ने पैसे मांगे, तो वे परेशान करने लगे। मंगलवार को जब पिता पलासिया स्थित उनके ऑफिस इस संबंध में बात करने पहुंचे, तो तीनों ने बहुत प्रताड़ित किया। इसके बाद पुलिस में झूठी शिकायत कर दी कि उनके पिता हंगामा कर रहे हैं। पुलिस उन्हें थाने ले गई। उन्हें थाने में अपमानित किया गया। पिता ने कभी थाने की सीढ़ी नहीं चढ़ी। यह अपमान वो सहन नहीं कर सके और फांसी लगा ली।
एसआई नागर पर लगे आरोप
मृतक के बेटे ने कहा कि पिता यह पैसे इसलिए वापस मांग रहा था कि ताकि उसकी शादी में जो कर्ज हुआ था, उसे उतारा जा सके। बेटे ने बताया कि थाने में पुलिसवालों ने उसके पिता के साथ बुरा बर्ताव किया। उनके फोन के बाद मैं थाने पहुंचा। वहां एसआई नागर से हाथ जोड़कर निवेदन किया। लेकिन वो बदतमीजी करते रहे। बाद में गाड़ी जब्त करके ही पिता को छोड़ा गया।