नदी में खुदाई पर निकला 200 साल पुराना मंदिर, वास्तुकला देख लोग हैरान
Report manpreet singh
RAIPUR chhattisgarh VISHESH :कोरोना काल में देश में कई अजीबो-गरीब चीजें घट रही हैं। एक तरफ जहां आकाश में खगोलीय घटनाएं घट रही हैं। तो वहीं पानी के नीचे से कई रहस्यमयी और प्राचीन चीजें बाहर आ रही हैं। हाल ही में ओड़िशा के नयागड़ जिले में स्थित पद्मावती गांव के पास महानदी से 500 साल पुराना एक मंदिर निकलने की खबर सामने आई थी। ऐसी ही घटना आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में भी देखने को मिली। यहां नदी के किनारे रेत निकालने के दौरान एक 200 साल पुराना मंदिर निकला है। इसकी वास्तुकला देख हर कोई हैरान है।
बताया जाता है कि जब पेरुमलापाडु गांव के पास पेन्ना नदी की खुदाई की जा रही थी तभी मंदिर का ऊपरी हिस्सा दिखाई दिया। इसे पूरी तरह से निकालने के लिए अभी भी खुदाई जारी है। लोगों का दावा है कि ये मंदिर 200 साल पुराना है। इसे भगवान परशुराम ने बनवाया था। उन्होंने नदी के किनारे ऐसे ही 101 मंदिर बनवाये थे। ये मंदिर उन्हीं में से एक है। पुरातत्व विभाग के सहायक निदेशक रामसुब्बा रेड्डी के मुताबिक पेन्ना नदी अपना रास्ता बदलती रहती है। ऐसे में हो सकता है कि ये मंदिर पानी के अंदर डूब गया हो। रेत की खुदाई करने पर ये मंदिर दोबारा नजर आया है। माना जा रहा है कि ये मंदिर 1850 की बाढ़ में नीचे दब गया होगा।
15वीं शताब्दी का मिला था मंदिर
मालूम हो कि पिछले हफ्ते ओडिशा में भी नदी के अंदर से 500 साल पुराना मंदिर निकला था। जो भगवान विष्णु का था। इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज ने मंदिर की खोज की थी। मंदिर की बनावट को देखने से पता लगा कि ये 15वीं या 16वीं सदी का होगा। मंदिर में गोपीनाथ (भगवान विष्णु) की प्रतिमा विराजमान थी, जिसे गांव के लोग अपने साथ ले गए थे।