छत्तीसगढ़ के साइंस कॉलेज ग्राउंड में चौपाटी का विरोध तीसरे दिन भी जारी, पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह और सांसद सरोज पांडेय भी पहुंचीं
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH छत्तीसगढ़ के साइंस कॉलेज ग्राउंड में चौपाटी का विरोध तीसरे दिन भी जारी रहा। अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे पूर्व मंत्री राजेश मूणत को लगातार बड़े नेताओं का समर्थन मिल रहा है। शुक्रवार को धरना स्थल पर पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह और सांसद सरोज पांडेय भी पहुंचीं। इसके अलावा एनआईटी, साइंस कॉलेज और रविशंकर यूनिवर्सिटी के भी कई छात्र यहां पूर्व मंत्री को समर्थन करने पहुंचे।
डॉ रमन सिंह ने कहा कि जिस मंत्री ने छत्तीसगढ़ में विकास की गंगा बहा दी, पूरे शहर में सड़कों का जाल बिछा दिया। आज वह अपने सैकड़ों कार्यकर्ता के साथ रात की ठिठुरती ठंड में बैठने को मजबूर है। आगे उन्होंने कहा क्षेत्र में पहले से ही कई बड़े संस्थान और लाइब्रेरी मौजूद हैं। वह भी मेंटेनेंस के अभाव में जर्जर होते जा रहे है।
नालंदा लाइब्रेरी में भी कई तरह की समस्याएं बनी हुई है। जिसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है। उस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। यहां एंट्री करने के सेंसर खराब पड़े है। लेकिन निगम बिना परमिशन के चौपाटी बनाने में व्यस्त है। वहीं राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कहा की आज छेरछेरा मतलब महादान का पर्व है।
सरकार को चौपाटी खत्म करने का निर्णय कर महादान करना चाहिए।इस चौपाटी निर्माण के विरोध में रविशंकर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रखर मिश्रा के नेतृत्व में साइंस कॉलेज,छत्तीसगढ़ कॉलेज और नालंदा लाइब्रेरी के कई छात्र- छात्राएं भी धरना स्थल में पहुंचे।
अवैद्य चौपाटी शहर के मास्टर प्लान के खिलाफ बनायी जा रही है। साथ ही ये एजुकेशन हब का माहौल बिगाड़ने का काम करेगी। चौपाटी निर्माण कंस्ट्रक्शन में तत्काल रोक लगाने के लिए मामला रायपुर कोर्ट में भी पहुंच चुका है। मूणत ने ये भी बयान दिया है कि उन्हें जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जायेंगे।
स्टूडेंट्स ने साइंस कॉलेज से धरना स्थल तक रैली की। ये चौपाटी के विरोध में नारेबाजी करते दिखे। रैली के दौरान पूर्व अध्यक्ष प्रखर ने कहा कि वे इस स्टूडेंट जोन का व्यवसायीकरण होने नहीं देंगे। चौपाटी बनने के बाद यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होगा। जिससे छेड़खानी और नशा कारोबार में वृद्धि होगी। विश्वविद्यालय के बहुत से छात्र-छात्राएं आसपास के हॉस्टल में रहते हैं। वे इससे परेशान होंगे।