एसईसीएल मुख्यालय के सेवानिवृत्त कर्मियों को भावभीनी विदाई दी गयी

Report manpreet singh Raipur chhattisgarh VISHESH 28.02.2023 को एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर से सेवानिवृत्त होने वाले 7 कर्मियों को मुख्यालय बिलासपुर स्थित सीएमडी कक्ष में उन्हें...

अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ का धरना-प्रदर्शन अपने चरम पर

Report manpreet singh Raipur chhattisgarh VISHESH अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ का धरना-प्रदर्शन अपने चरम पर है। सोमवार को दिवंगत शिक्षकों की विधवा महिलाएं...

कांग्रेस में सिर्फ “सोनिया सोपान” जपा जायेगा और प्रदेश कांग्रेस में “भूपेश भजन” करने पर ही पद मिलेंगे – डॉ. रमन सिंह

Report manpreet singh Raipur chhattisgarh VISHESH विगत दिनों रायपुर में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन की एक घटना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिक्र किया जिसमें कांग्रेस...

विधायक कुलदीप सिंह जुनेजा ने सेल टैक्स कॉलोनी वालो को दिया 15लाख के सड़क डामरीकरण की सौगात

Report manpreet singh Raipur chhattisgarh VISHESH उत्तर विधानसभा में सड़क डामरीकरण निर्माण कार्य लगभग सभी वार्डो में धीरे धीरे हो रही है क्षेत्रवासियों के मांग...

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत विवाह बंधन में बंधे नवदंपत्तियों को दिया गया आशीर्वाद

संसदीय सचिव ने उपहार भेंटकर की सुखमय जीवन की कामना, ढाई सौ जोड़े विवाह बंधन में बंधेReport manpreet singh Raipur chhattisgarh VISHESH महासमुंद। शहर के...

जेएसपी को सीएसआर जर्नल एक्सीलेंस अवार्ड

Report manpreet singh Raipur chhattisgarh VISHESH रायपुर - 28 फरवरी 2023 – जाने-माने उद्योगपति श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली देश की अग्रणी स्टील कंपनी...

कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा ”वर्तमान समय में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का आधुनिक स्वरुप” विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन संपन्न

नया रायपुर- कलिंगा विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के रसायन शास्त्र विभाग के द्वारा ''वर्तमान समय में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का आधुनिक स्वरुप'' विषय पर 24 एवं 25 फरवरी को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।जिसमें देश-विदेश के विषय विशेषज्ञ विद्वान,प्राध्यापक एवं शोधार्थी उपस्थित थें।इस राष्ट्रीय सम्मेलन में शोधपत्र एवं पोस्टर प्रदर्शन भी किया गया।जिसमें 225 से अधिक प्रतिभागियों  ने अपना पंजीयन कराया।इस सम्मेलन में चयनित शोधपत्रों का प्रकाशन आईएसबीएन बुक में भी किया जाएगा। विदित हो कि अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन  का शुभारंभ  कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर, छात्र कल्याण प्रकोष्ठ की अधिष्ठाता डॉ.आशा अंभईकर अकादमिक विभाग के अधिष्ठाता डॉ.राहुल मिश्रा ,आईक्यूएसी की निदेशक डॉ.विजयलक्ष्मी बिरादर,विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता डॉ.शिल्पी श्रीवास्तव ,सम्मेलन की संयोजक डॉ.संयोगिता शाही एवं गणमान्य अतिथि के रुप में उपस्थित आईआईटी भिलाई के सह प्राध्यापक डॉ. संजीब बनर्जी, डॉ.राहुल जैन,डॉ.विनोद दाम्बुलकर,डॉ.मनीषा शुक्ला,डॉ. आशीष सिंह ,डॉ.आर.एस. ठाकुर  के द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। सम्मेलन के शुभारंभ के पश्चात नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फार्मेक्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (अहमदाबाद) के निदेशक डॉ.शैलेंद्र सर्राफ ने हाईब्रिड मोड के माध्यम से शोधार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम विज्ञान और तकनीकी के समय में रह रहे हैं। हम सभी का जीवन वैज्ञानिक अविष्कारों और आधुनिक समय की तकनीकों पर बहुत अधिक निर्भर है। किसी भी देश का विकास वहाँ के लोगों के विकास के साथ जुड़ा हुआ होता है। इसके मद्देनज़र यह ज़रूरी हो जाता है कि जीवन के हर पहलू में विज्ञान-तकनीक और शोध कार्य अहम भूमिका निभाएँ। विकास के पथ पर कोई देश तभी आगे बढ़ सकता है जब उसकी आने वाली पीढ़ी के लिये सूचना और ज्ञान आधारित वातावरण बने और उच्च शिक्षा के स्तर पर शोध तथा अनुसंधान के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हों। प्रथम दिन के तकनीकी सत्र में आईआईटी भिलाई के रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संजीब बनर्जी, एनआईपीआर,मोहाली के प्राध्यापक प्रो.(डॉ.),डॉ.राहुल जैन,सीसीएसएमआरआई,भावनगर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.आर.एस.ठाकुर, गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. आशीष सिंह,लखनऊ विश्वविद्यालय की मनीषा शुक्ला और नयी दिल्ली से पधारे प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ.विनोद दाम्बुलकर ने शोधार्थियों को संबोधित किया। सम्मेलन के दूसरे दिन मुख्य वक्ता के रुप में लखनऊ विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.देशदीपक ने शोधार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि  हम ऐसे समय में जी रहे हैं जब ज्ञान ही वास्तविक शक्ति है। हम सभी को उस ज्ञान से सशक्त बनाने की आवश्यकता है जो प्रत्येक व्यक्ति का सर्वोत्तम संसाधन है। हमें ऐसा ज्ञान प्रदान करने की आवश्यकता है जो हमारे राष्ट्र की समस्याओं का सामूहिक रूप से समाधान करने में सक्षम हो।सम्मेलन के दूसरे दिन तकनीकी सत्र में प्रो.(डॉ.) सी.एस.शुक्ला,प्रो.(डॉ.) राबर्ट डार्कसन,प्रो. (डॉ.) आरः ए.ठाकुर,प्रो.(डॉ.) अनिल मिश्रा ,डॉ. आर. शबरी बानो,डॉ. किंगशुक दत्ता ने शोधार्थियों को संबोधित किया। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में 80 से अधिक प्रतिभागियों ने...