एक ही परिवार के 6 लोग कोरोना पॉजिटिव, 3 दिन बाद भी स्वास्थ्य विभाग नहीं पहुंचा रिपोर्ट बताने – खुलेआम घूम रहे संक्रमित
# कोविड-19 संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। नयापारा दुर्ग के एक घर में पूरे 6 सदस्य संक्रमित हैं लेकिन घर के किसी सदस्य को इसकी जानकारी नहीं है।
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : भिलाई, कोविड-19 संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। नयापारा दुर्ग के एक घर में पूरे 6 सदस्य संक्रमित हैं लेकिन घर के किसी सदस्य को इसकी जानकारी नहीं है। इस परिवार के सदस्यों ने आठ दिन पहले बघेरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्ग में कोविड-19 की जांच आरटीपीसीआर से करवाया है। स्वास्थ्य विभाग की कोविड संक्रमितों की लिस्ट में इस परिवार के 6 लोगों का नाम है। इस परिवार से विभाग की ओर से अब तक किसी ने संपर्क नहीं किया है। दवाइयां भी उपलब्ध नहीं कराई गई है। परिवार को जांच रिपोर्ट की जानकारी न होने के कारण वे घर के अंदर-बाहर लोगों से मिलने के अलावा मार्केट भी आना-जाना कर रहे हैं। इधर त्योहारी सीजन के बीचशनिवार को जिले में 238 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
जांच करवाने वालों में 75 व 80 साल का बुजुर्ग भी
इस परिवार ने 17 अक्टूबर को कोविड-19 जांच करवाया था। जांच कराने वाले 6 सदस्यों में 19, 23, 47, 52 के अलावा 75 साल की बुजुर्ग महिला और 81 साल के बुजुर्ग पुरुष शामिल हैं। परिवार के पास अब तक जांच के बाद कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
सर्दी खांसी को मौसमी मान रहे हैं
जानकारी के मुताबिक परिवार के सदस्यों में कोविड-19 के लक्षण नजर भी आ रहे हैं। जांच रिपोर्ट न मिलने के कारण यह परिवार सर्दी खांसी को मौसम में बदलाव का कारण मान रहा है।
विभाग की बड़ी लापवाही
इस परिवार के 3 सदस्यों की जांच रिपोर्ट 22 अक्टूबर को आ गई है। जिसमें वे कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसकी सूचना उनको अब तक नहीं मिली है। इसके बाद शेष 3 लोगों की जांच रिपोर्ट 23 अक्टूबर मिल गई है। वे भी संक्रमित हैं। परिवार अब तक यह सोच रहा है कि शायद वे कोरोना से संक्रमित नहीं है। इस वजह से कोई सूचना नहीं मिली है।
बड़ा सवाल-कौन है जिम्मेदार, संक्रमण फैलने की भी आशंका
कोविड-19 पॉजिटिव आए इस परिवार के पास तीन दिन बीत जाने के बाद भी दवा नहीं पहुंची है। अगर इनमें से किसी की तबीयत बिगड़ जाती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा। परिवार तो अब तक अनजान है। परिवार के लोग लगातार आम लोगों के संपर्क में आ रहे हैं। जिससे संक्रमण फैलने की आशंका है।
निर्देश की अनदेखी
कलेक्टर लगातार निर्देशित कर रहे हैं कि जिस घर में संक्रमित मिल रहा है, अगर उसे होम आइसोलेशन किया जाता है तो उन्हें दवाई दी जाए और निगम की ओर से घर के बाहर स्टीकर लगाया जाए।
सीधी बात :-डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर, सीएमएचओ दुर्ग
सवाल :- आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने में कितना समय लग रहा है।
जवाब :- तीन से चार दिनों में आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट आ जाती है।
सवाल :- रिपोर्ट आने के बाद संक्रमितों को कितने समय में सूचना दी जाती है।
जवाब :- रिपोर्ट आने के बाद संक्रमित को रेपिट एंटीजन में 24 घंटे के भीतर सूचना दे दी जाती है। ट्रू नॉट में जांच के बाद 48 घंटा का लगता है। आरटीपीसीआर में जांच रिपोर्ट लिस्ट आते ही अलग-अलग तीन टीम है जो काम में तुरंत जुट जाती है। जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग,नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम है। जो संक्रमित नहीं होता उसे सूचना नहीं दी जाती है।
सवाल :- संक्रमित को आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने के बाद सूचना देने में देरी होने की कोई क्या कोई शिकायत है?
जवाब :- हां!जब कोई रायपुर या दूसरे जिले में जाकर जांच करवा लेता है। उनकी रिपोर्ट आती है तब दिक्कत होती है। जिले में जांच कराने पर परिवार को तुरंत सूचना दे दी जाती है। संक्रतिम अधिक बीमार नहीं है तब होम आइसोलेशन की इजाजत के साथ दवा दी जाती है और अगर अधिक संक्रमित है तो अस्पताल भेजा जाता है।
सवाल :- दुर्ग के नयापारा में एक ही परिवार के 6 सदस्य कोरोना से संक्रमित हुए हैं। उनको अब तक सूचना तक नहीं दी गई है, दवा तो दूर की बात है। जांच बघेरा दुर्ग के स्वास्थ्य केंद्र में करवाया गया था।
जवाब :- ऐसा तो होना नहीं चाहिए। नाम बताइए अभी दिखवाता हूं।