
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH लंदन में गर्भपात से पीड़ित एक महिला को अपने मृत शिशु का शरीऱ फ्रिज में रखना पड़ा क्योंकि अस्पताल वालों ने उसे मना कर दिया था. लॉरा ब्रूडी ने कहा कि लेवीशैम के यूनिवर्सिटी अस्पताल में बिस्तरों की कमी का हवाला देकर उसे घर भेज दिया गया था और उसे घर पर ही अपने बच्चे को जन्म देना पड़ा. अस्पताल ने अब इस घटना के बारे में जांच शुरू कर दी है. महिला और उसके पति ने दावा किया है कि अस्पताल के स्टाफ ने उसके मृत बच्चे को स्टोर करने को लेकर भी अक्षमता जाहिर की. मिस्टर व्हाइट बताया कि , ” मैं एक टप्परवेयर का बॉक्स लिया, जिसमें मैं अस्पताल से अपने बच्चे के अवशेष घर लेकर आया था, अपने फ्रिज में कुछ जगह बनाई और उस बॉक्स को वहां रख दिया.”

द गार्डियन से बात करते हुए मिस ब्रूडी ने कहा कि पहले भी उन्हें गर्भपात हो चुका है और उन्हें अस्पताल स्टाफ ने बताया था कि वो बिना मेडिकल निगरानी के घर पर बच्चे को जन्म नहीं दे सकती हैं. लेकिन मिस ब्रूडी ने अपनी गर्भावस्था के चार महीने बाद अपने घर के टॉयलेट में अपने बच्चे को जन्म दिया. जोड़े ने बताया कि जब वो अस्पताल पहुंचे तो उन्हें गर्म और ठसाठस भरे जनरल वेटिंग रूस में इंतजार करने को कहा गया, जहां करीब 20-30 और लोग बैठे थे.