50 टॉप डिफॉल्टर्स जिनमे व्यापारी नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, विजय माल्या और रामदेव बाबा की कम्पनी सहित जानबूझकर कर्ज न चुकानेवाले 50 टॉप डिफॉल्टर्स का कर्ज सरकार ने 68,607 करोड़ रुपये किया माफ, सरकार जनता को करती रही गुमराह, कर्मचारी और पेंशनर्स भड़के
रिपोर्ट मनप्रीत सिंग
रायपुर छत्तीसगढ विशेष :
देश में बड़ी खबर आ रही है खबर के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सूचना के अधिकार के तहत दिए गए जवाब में कहा है कि फरार हीरा व्यापारी मेहुल चौकसी, नीरव मोदी सहित सहित 50 टॉप विलफुल डिफॉल्टर्स से 68,607 करोड़ रुपये की चौंका देने वाली रकम को माफ करने की बात स्वीकार की है।सरकार जनता को करती रही गुमराह, संसद में वित्तमंत्री ने जानकारी देने से किया था इनकारआरटीआई कार्यकर्ता ने बताया कि उसने यह आरटीआई इसलिए दायर की क्योंकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने 16 फरवरी को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा पूछे गए प्रश्न का जवाब संसद में देने से इनकार कर दिया था।
उनकी इस आरटीआई का जवाब देकर आरबीआई के केंद्रीय जनसूचना अधिकारी अभय कुमार ने वह कर दिखाया जो सरकार ने नहीं किया। आरबीआई ने कहा कि यह राशि (68,607 करोड़ रुपये) जिसमें बकाया और तकनीकी तरीके से लिखित राशि शामिल है, 30 सितंबर, 2019 तक माफ किया गया है।
बकायेदारों की लिस्ट में टॉप पर मेहुल चौकसी
आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा कि बकायेदारों की इस सूची में टॉप पर है मेहुल चोकसी की घोटाले से प्रभावित कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड (5492 करोड़ रुपए की कर्जदार), इसकी अन्य कंपनियों जैसे गिली इंडिया लिमिटेड और नक्षत्र ब्रांड्स लिमिटेड ने क्रमशः 1,447 करोड़ रुपये और 1,109 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था।
विनसम डायमंड और रोटोमैक पेन भी है शामिल
अगले नंबर पर 4,076 करोड़ रुपये के लोन लेकर फरार हुए हीरा व्यापारी विनसम डायमंड एंड ज्वेलरी के मालिक जतिन मेहता है और जिसके के बैंक फ्रॉड की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा की जा रही है। 2,000 करोड़ रुपये की श्रेणी में, कानपुर स्थित रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड है, जो प्रसिद्ध कोठारी समूह का हिस्सा है और जिस पर 2,850 करोड़ रुपये बकाया था।
बाबा रामदेव की कंपनी का भी 2200 करोड़ माफ़
इस श्रेणी में अन्य कंपनियों में कुडोस कीमी, पंजाब (2,326 करोड़ रुपये), बाबा रामदेव और बालकृष्ण की समूह कंपनी रूची सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड, इंदौर (2,212 करोड़ रुपये), और जूम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, ग्वालियर (2,012 करोड़ रुपये) शामिल हैं। हरीश आर मेहता की अहमदाबाद स्थित फॉरएवर प्रेशियस ज्वैलरी एंड डायमंड्स प्राइवेट लिमिटेड (1962 करोड़ रुपये) और फरार शराब कारोबारी विजय माल्या की निष्क्रिय किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड (1,943 करोड़ रुपये) जैसे कुछ प्रमुख नाम भी हैं। 25 अन्य कंपनियां भी हैं.
पेंशनर्स और कर्मचारी भड़के
सरकार ने देश भर के केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के जिनमे पुलिस, सेना, डॉक्टर सभी शामिल के डीए देने से मना कर दिया जिससे सरकार को लगभग 38 हजार करोड़ की बचत होगी लेकिन इससे करोडों की संख्या में कर्मचारी और पेंशनर्स प्रभावित होंगे जबकि महज 50 व्यापारियों का इससे दुगना रकम सरकर ने माफ़ कर दिया। इस बात को लेकर अब देश भर के कर्मचारियों और पेंशनर्स में रोष व्याप्त है.