चिरमिरी में बहुरूपिया महोत्सव मनाया गया, यूथ क्लब की अनोखी पेचकस : भूत-पिशाच से लेकर वनवासियों, मुर्गों और बहुत कुछ का रूप धारण कर लोगों ने रोड पर जमकर डांस किया
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में , चिरमिरी में बहुरूपिया महोत्सव मनाया गया जहा लोगों ने भूत-पिशाच की वेशभूषा से लेकर वनवासियों और मुर्गों का रूप तक धारण कर रोड पर ही जमकर डांस किया । जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं।
इनके साथ लोगों ने खूब सेल्फी भी ली है।चिरमिरी में यूथ क्लब ने ये आयोजन किया, यहां 50 से ज्यादा बहुरूपियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सड़क पर निकले बहुरूपियों को देखने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे। हर्षोल्लास, उमंग के साथ स्वस्थ मनोरंजन के लिए संकल्पित यूथ क्लब चिरमिरी की ओर से बहुरूपिया प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
मनेंद्रगढ़ में साल के आखिरी दिन वहीं चिरमिरी में नए साल में ये आयोजन स्थानीय व्यापारियों के सहयोग से होता है। प्रतियोगिता में जहा लोगों ने अवतार-2, मां काली, भगवान शिव, तांत्रिक, मोबाइल फोन, विभिन्न प्रकार के जानवरों का भी वेश धारण किया वहीं ग्लोबल वॉर्मिंग के खिलाफ भी बहुरूपियों ने वेश धारण कर संदेश दिया।
कथकली और आदिवासी नृत्य करते हुए भी बहुरूपिये नजर आए। वहीं कुछ लोगों ने भूत-प्रेत का भी वेश बनाया। बुजुर्ग होते माता-पिता की देखभाल करने का संदेश भी बहुरूपियों ने दिया। उन्होंने हाथ में तख्ती पकड़ी हुई थी, जिसमें माता-पिता की सेवा का संदेश दिया ।
ये वेश छोटे-छोटे बच्चों ने धारण किया था।कुछ बच्चे श्रीराम-लक्ष्मण, हनुमान का भी भेष बनाए । पेड़ बचाने का संदेश भी दिया गया। वहीं प्रतियोगिता में चिरमिरी बचाओ आंदोलन की झांकी भी प्रस्तुत की गई। कुछ बच्चियां छत्तीसगढ़ महतारी भी बनी हुई थीं तो एक युवक सैनिक और किसान भी बना हुआ नजर आया। वराह अवतार में भी एक युवक नजर आया। ये सब देख ऐसा लगता था कि बहुरूपियों ने अपनी वेशभूषा से एक अलग ही संसार बना दिया l