लॉक डाउन मे भी प्रदेश में बच्चों की ऑनलाईन कक्षाएं चलती रहेगी… SERT ने जारी किया आदेश
Report manpreet singh
RAIPUR chhattisgarh VISHESH : छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित ‘पढ़ाई तुहंर दुआर‘ कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा राज्य स्तर से ऑनलाईन कक्षाएं आयोजित हो रही है। यह कक्षाएं निषेधाज्ञा के बावजूद भी निरंतर जारी रहेंगी। विषय विशेषज्ञ अपने-अपने घरों से ऑनलाईन कक्षाएं लेकर बच्चों को पढ़ाएंगे। एससीईआरटी की बैठक में आज यह निर्णय लिया गया।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गुरूवार 23 से 28 जुलाई तक कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं के लिए केवल 2 कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। कक्षा 10वीं के लिए पूर्वान्ह 12.00 से 12.40 बजे तक और 12वीं की कक्षा के लिए दोपहर 2.00 से 2.40 बजे तक ऑनलाईन कक्षा आयोजित होंगी।
उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कोविड-19 के संक्रमण काल में 7 अप्रैल से ‘पढ़ाई तुहंर दुआर‘ कार्यक्रम अंतर्गत ऑनलाईन कक्षाएं संचालित हो रही है। कार्यक्रम के माध्यम से अध्ययन करने वाले बच्चों को जोड़ा गया है। बच्चों के सीखने की प्रक्रिया में निरंतरता लाने का प्रयास करते हुए इस कार्यक्रम के तहत ऑनलाईन कक्षा के साथ अन्य वैकल्पिक व्यवस्था की ओर ध्यान दिया जा रहा है। सीजीस्कूलडॉटइन (cgschool.in) पोर्टल पर अब तक कक्षा 9वीं से 12वीं तक एक लाख 42 हजार छात्र-छात्राएं पंजीकृत हो चुके हैं। यू-ट्यूब के माध्यम से 51 हजार छात्र-छात्राएं पढ़ाई का लाभ ले चुके हैं। अब तक 2 लाख विद्यार्थी ऑनलाईन कक्षाओं से जुड़ गए हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब तक लगभग 300 ऑनलाईन कक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित हो चुकी है। राज्य स्तर से आयोजित होने वाली कक्षाओं के अलावा प्रत्येक जिले में सभी कक्षाओं के लिए भी अलग-अलग वर्चुअल ऑनलाईन कक्षाएं आयोजित हो रही है। जिन स्थानों पर नेटवर्क की समस्या है वहां वैकल्पिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इन स्थानों पर पढ़ाई के लिए लाउडस्पीकर, कम्युनिटी रेडियो और छोटे-छोटे समूह में ‘पढ़ाई हमर पारा‘ कार्यक्रम भी काफी लोकप्रिय हो रहा है। सोमवार से शुक्रवार तक जहां विषयवार कक्षाएं ली जाती हैं, वहीं शनिवार को विशेष कक्षाओं का आयोजन किया जाता है। प्रतिष्ठित विशेषज्ञों को आमंत्रित कर बच्चों की पढ़ाई के अलावा कैरियर काउंसलिंग, मेमोरी पावर बढ़ाने जैसे विषयों में भी विशेष कक्षाएं आयोजित की जा रही है।