पटना की समाहरणालय परिसर में प्रस्तावित नए समाहरणालय भवन के छत के नीचे होंगे जिला प्रशासन के 39 विभाग, नए कलेक्ट्रेट बिल्डिंग के निर्माण का जायजा लेते हुए आयुक्त कुमार रवि.
Raipur chhattisgarh VISHESH : पटना में गंगा नदी के किनारे अवस्थित यह परिसर स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा. उच्च तकनीकों पर आधारित एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह भवन निर्माण के बाद राज्य की राजधानी में एक महत्वपूर्ण केन्द्र होगा. जिलावासियों के लिए यह वन-स्टॉप सॉल्यूशन का काम करेगा.
मिली जानकारी के अनुसार, मुख्य भवन में 39 विभाग संचालित होंगे.नया समाहरणालय भवन वीआरवी प्रणाली आधारित केन्द्रीकृत एयर कंडिशनर से लैस रहेगा. कैन्टीन एवं बैंक की भी सुविधा रहेगी. नया समाहरणालय भवन परिसर में लगभग 205 ओपेन पार्किंग एवं लगभग 240 बेसमेन्ट पार्किंग की सुविधा रहेगी. सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से इस परिसर में सीसीटीवी सर्विलान्स, अत्याधुनिक अग्नि सुरक्षा तंत्र, प्रवेश-निकास कन्ट्रोल, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, भूकम्प रोधी संरचना तथा आपातकालीन स्थिति में व्यवस्थित निकासी की सुविधा से यह भवन लैस रहेगा. यहां 200 से 225 की संख्या में सीसीटीवी कैमरा लगा रहेगा.
बिहार के लोगों को आने वाले 2 सालों में ‘वन स्टॉप सॉल्यूशन’ की सौगात मिलने वाली है. जी हां; आने वाले 2 सालों में नया समाहरणालय बनकर तैयार होगा जिसमें एक छत के नीचे ही जिला प्रशासन के सभी कार्यालय होंगे. जाहिर है यह जिलावासियों के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन होगा. इसका अर्थ यह हुआ कि एक छत के नीचे जिला प्रशासन के सभी कार्यालय अवस्थित रहेंगे. आयुक्त कुमार रवि ने इसको लेकर बताया कि ऐसा होने से कार्य-संस्कृति और सुदृढ़ होगी तथा नागरिकों को अधिक सुगमता से सेवा प्रदान की जा सकेगी.आयुक्त कुमार रवि ने गुरुवार को पटना समाहरणालय परिसर में प्रस्तावित नए समाहरणालय भवन का भ्रमण किया. उन्होंने सम्पूर्ण परिसर का विस्तृत निरीक्षण किया तथा कार्य में प्रगति का जायजा लिया और पदाधिकारियों को निर्देश दिया. पटना नगर निगम को स्थल पर अवस्थित पानी टंकी को शीघ्र स्थानांतरित करने का निर्देश दिया.
इसके साथ ही कार्यकारी एजेंसी को जर्जर भवनों का डिस्मैंटलिंग कार्य अविलंब पूर्ण करने तथा नव निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करते हुए निर्धारित समय सीमा के अंदर निर्माण पूर्ण करने को भी कहा.आयुक्त कुमार रवि ने कहा कि गंगा नदी के किनारे अवस्थित यह परिसर स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा. उच्च तकनीकों पर आधारित एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह भवन निर्माण के बाद राज्य की राजधानी में एक महत्वपूर्ण केन्द्र होगा.
जिलावासियों के लिए यह वन-स्टॉप सॉल्यूशन का काम करेगा. प्रस्तावित नए समाहरणालय भवन परिसर के उत्तर मे गंगा नदी एवं दक्षिण में गाँधी मैदान है. इसका डिजायन विद्यमान एवं आधुनिक वास्तुशैली का मेल है. इसका निर्माण पीरियड शैली में किया जाएगा.मुख्य भवन में 39 विभाग संचालित होंगे. समाहरणालय में बेसमेन्ट एवं भूतल के अलावा पांच फ्लोर होगा.
सबसे ऊपरी तल पर जिला पदाधिकारी का प्रकोष्ठ रहेगा. केन्द्रीय समाहरणालय भवन के अतिरिक्त परिसर में दो और ब्लॉक- एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक तथा डिस्ट्रिक्ट बोर्ड ऑफिस एवं बहुउपयोगी भवन ब्लॉक रहेगा. एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक में बेसमेन्ट एवं भूतल के अलावा चार फ्लोर होगा. सभी विभागों का अलग-अलग प्रवेश रहेगा. परिसर में एक केन्द्रीय हरित पब्लिक प्लाजा भी होगा. अंडरग्राउण्ड एवं खुला पार्किंग भी रहेगा. पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश एवं हवा की सुविधा रहेगी.