
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH नई दिल्ली: तिब्बती आध्यात्मिक गुरू लद्दाख का दौरा करने वाले हैं. गुरुवार को दलाई लामा जम्मू पहुंचे. अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से दलाई लामा की यह पहली जम्मू कश्मीर यात्रा है. दलाई लामा के लद्दाख दौरे से चीन को कई तरह की बड़ी परेशानियां हो सकती हैं.आध्यात्मिक गुरू ने सभी विवादों का बातचीत के जरिए हल निकालने की पैरवी करते हुए दलाई लामा ने कहा कि सभी इंसान बराबर हैं और उन्हें ‘मेरा देश, मेरी विचारधारा’ वाली संकीर्ण सोच से ऊपर उठने की जरूरत है क्योंकि यही लोगों में लड़ाई का प्रमुख कारण है.

गुरुवार को जम्मू कश्मीर पहुंचने के बाद उन्होंने चीन को एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि वह तिब्बत के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की मांग नहीं कर रहे बल्कि वह तिब्बती बौद्ध संस्कृति के संरक्षण और चीन में एक सार्थक स्वायत्तता चाहते हैं.तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने कहा कि चीन में ऐसे लोगों की संख्या बढ़ रही है जिन्हें यह अहसास है कि वह ‘स्वतंत्रता’ की मांग नहीं कर रहे हैं बल्कि सार्थक स्वायत्तता और तिब्बती बौद्ध संस्कृति के संरक्षण की मांग कर रहे हैं.
















