ग्रामीण विकास मंत्रालय : “शहरी बस्तियों का राष्ट्रीय भू-स्थानिक ज्ञान-आधारित भूमि सर्वेक्षण” (नक्शा) पायलट परियोजना भारत के 26 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के 152 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) में शुरू की जाएगी

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केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कल मध्य प्रदेश के रायसेन में शहरी बस्तियों के राष्ट्रीय भू-स्थानिक ज्ञान-आधारित भूमि सर्वेक्षण का उद्घाटन करेंगे

Posted On: 17 FEB 2025 1:07PM by PIB Delhi

Raipur chhattisgarh VISHESH केंद्रीय ग्रामीण विकास व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कल मध्य प्रदेश के रायसेन में 26 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के 152 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) में शहरी बस्तियों के राष्ट्रीय भू-स्थानिक ज्ञान-आधारित भूमि सर्वेक्षण (नक्शा) का उद्घाटन करेंगे। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग ने इस पायलट कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मध्य प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, मत्स्य पालन एवं मछुआ कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिला रायसेन, मध्य प्रदेश के प्रभारी मंत्री श्री नारायण सिंह पवार, सांची के विधायक श्री प्रभु राम चौधरी, भूमि संसाधन विभाग, भारत सरकार के सचिव, श्री मनोज जोशी तथा भारत सरकार एवं मध्य प्रदेश राज्य सरकार के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहेंगे।

इस अवसर पर ड्रोन उड़ाए जाएंगे, मानक संचालन प्रक्रिया (SoP) पुस्तिका का विमोचन किया जाएगा, नक्शा कार्यक्रम पर वीडियो एवं फ्लायर जारी किए जाएंगे, WDC यात्रा को हरी झंडी दिखाई जाएगी, WDC वीडियो का प्रदर्शन किया जाएगा तथा वाटरशेड गान भी बजाया जाएगा।

नक्शा कार्यक्रम का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में भूमि रिकॉर्ड बनाना और उन्हें अपडेट करना है ताकि भूमि स्वामित्व का सटीक और विश्वसनीय दस्तावेज़ीकरण सुनिश्चित किया जा सके। यह पहल नागरिकों को सशक्त बनाएगी, जीवन को आसान बनाएगी, शहरी नियोजन को बढ़ाएगी और भूमि संबंधी विवादों को कम करेगी। संपत्ति रिकॉर्ड प्रशासन के लिए आईटी-आधारित प्रणाली पारदर्शिता, दक्षता को बढ़ावा देगी और सतत विकास का समर्थन करेगी।

सर्वे ऑफ इंडिया नक्शा कार्यक्रम के लिए तकनीकी भागीदार है, जो हवाई सर्वेक्षण करने और राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों को तीसरे पक्ष के विक्रेताओं के माध्यम से ऑर्थोरेक्टीफाइड इमेजरी प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है। मध्य प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम (एमपीएसईडीसी) द्वारा एंड-टू-एंड वेब-जीआईएस प्लेटफॉर्म विकसित किया जाएगा और भंडारण सुविधाएं राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र सेवा इंक (एनआईसीएसआई) द्वारा प्रदान की जाएंगी। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को ऑर्थोरेक्टीफाइड इमेजरी का उपयोग करके क्षेत्र सर्वेक्षण और जमीनी सच्चाई का संचालन करने की योजना है, जो अंततः शहरी और अर्ध-शहरी भूमि रिकॉर्ड के अंतिम प्रकाशन की ओर ले जाएगी।

नक्शा पायलट कार्यक्रम की लागत लगभग ₹194 करोड़ होने की उम्मीद है जिसे पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा।

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एमजी/ आरएन

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