“मोक्षदा एकादशी” एवं गीता जयन्ती महोत्सव का आयोजन
Raipur chhattisgarh VISHESH रायपुर, छत्तीसगढ़, 11 दिसंबर 2024: छत्तीसगढ़ गीता परिवार, रायपुर द्वारा मोक्षदा एकादशी के पावन अवसर पर गीता जयन्ती महोत्सव-2024 का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन 26 नवंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाले गीता जयंती प्राकट्य दिवस के क्रम में आयोजित किया गया। इस वर्ष गीता परिवार ने संपूर्ण पखवाड़े तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है।
आज, सदर बाजार स्थित गोपाल मंदिर में रायपुर गीता परिवार के तत्वावधान में 12वां आयोजन हुआ, जिसमें संपूर्ण गीता पारायण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ और इसके उपरांत प्रसाद वितरण किया गया।
इस आयोजन में गीता परिवार की छत्तीसगढ़ अध्यक्ष श्रीमती शशि बागड़ी जी, रायपुर अध्यक्ष श्रीमती सीमा मिश्रा, एवं साधकगण श्रीमती किरण जोशी, मंजूषा सिलेदार, पल्लवी साहू, और मेघा खुसरे जी सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
गीता परिवार पिछले 40 वर्षों से गीता जी के शुद्ध उच्चारण का प्रशिक्षण देने के साथ-साथ बच्चों के लिए बाल संस्कार वर्ग का भी संचालन कर रहा है। आज के दौर में मानसिक तनाव और जीवन में सही दिशा-निर्देशन के लिए गीता परिवार सतत रूप से प्रयासरत है। इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य समाज में गीता के अमूल्य संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है।
जहां गीता जयंती के उत्सव का कार्यक्रम किया गया उनके नाम निम्न प्रकार हैं
- गोपी दूत दीदी गुढ़ियारी
- मां भारती विद्यालय गुढ़ियारी
- टैगोर इंग्लिश मीडियम स्कूल श्रीनगर
- राम मंदिर रोहिणीपुरम
- शिव धाम मंदिर डीडीयू नगर
- हनुमान मंदिर तत्यापारा चौक
- मंजूषा शिलेदार डीडीयू नगर
- महाराष्ट्र मंडल चौबे कॉलोनी
- संगीता पांडेय दीदी मोआ
- ज्ञानाश्रय प्राइमरी स्कूल समता कॉलोनी
- चंद्रा तापड़िया दीदी प्रियदर्शनी नगर
- सदर बाजार गोपाल मंदिर में गीता परिवार रायपुर के द्वारा गीता जयंती का उत्सव बड़े भव्य तरीके से मनाया गया जिसमें गीता जी की संपूर्ण परायण और शोभायात्रा सम्मिलित है स्कूलों में बच्चों को रंगभरो प्रतियोगिता और प्रश्नोत्तरी के साथ पुरस्कार वितरित किए गए।
कार्यक्रम का महत्व:
गीता परिवार द्वारा आयोजित यह महोत्सव न केवल आध्यात्मिक उन्नति का माध्यम है, बल्कि मानसिक शांति, जीवन को सकारात्मक दिशा प्रदान करने और बच्चों को संस्कारवान बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
धन्यवाद।
गीता परिवार रायपुर, छत्तीसगढ़