पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस की राज्य इकाई में घमासान के बीच, पंजाब में कांग्रेस को लग सकता है एक और बड़ा झटका,सुनील जाखड़ के बाद अब और दिग्गज छोड़ सकते है पार्टी

Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस की राज्य इकाई में घमासान मचा हुआ है. पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ के पार्टी छोड़ने बाद कई बड़े नेता भी कांग्रेस छोड़ने की लाइन में हैं. सुनील जाखड़ के बाद अब पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल भी कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं. हालांकि, मनप्रीत ने इस बारे में अभी खुलकर कोई बयान नहीं दिया है. मनप्रीत बादल के करीबियों के अनुसार वह जल्द ही कांग्रेस को छोड़ने का कदम उठा सकते हैं. मनप्रीत बादल के करीबी रिश्तेदार जयजीत सिंह जौहल उर्फ जोजो द्वारा सोशल मीडिया पर डाली एक पोस्ट से इस बात के संकेत मिले हैं. पोस्ट में जौहल ने अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और भारत भूषण आशु को प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष पद देने पर सवाल उठाए हैं. वहीं, मंगलवार को कांग्रेस भवन में मनप्रीत बादल और अमरिंदर राजा समर्थकों के बीच में भी काफी हंगामा हुआ था.
राजनीति के जानकारों के अनुसार मनप्रीत बादल के करीबी रिश्तेदार जोजो द्वारा कांग्रेस नेताओं पर सवाल उठाना इस बात की ओर संकेत करता है कि मनप्रीत भी जाखड़ के पद चिन्हों पर चल सकते हैं. जौहल ने अपनी पोस्ट में कहा है कि चुनाव के समय उन्होंने चुप्पी साध रखी थी. उस समय वह मनप्रीत बादल के खिलाफ बोलने वाले अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के खिलाफ बोलकर मुद्दा खड़ा नहीं करना चाहते थे. राजा वडिंग विधानसभा चुनाव में अपने मंच से खुलकर यह कहते रहे कि बठिंडा में कांग्रेस के खिलाफ वोट दिए जाएं. जौहल ने आगे कहा है, इसके बाद भारत भूषण आशु का आडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने मनप्रीत बादल के खिलाफ वोट डालने की बात कही थी. अब एक को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया है और दूसरे को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. जोजो ने लिखा कि उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में यह चिंतन होना चाहिए था कि अगर कोई अपनी ही पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ बोलता है. तो उसे पदों से नवाजा जाता है और जाखड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है. अगर ऐसा है तो पार्टी में किसी को भी किसी के भी खिलाफ बोलने की आजादी होनी चाहिए. हो सकता है, उन्हें भी पार्टी का कोई आदेश मिल जाए.