बेलाहीडबरी नाला में तीस लाख की लागत से होगा बांध का निर्माण, दो सौ एकड़ में होगी सिंचाई
संसदीय सचिव ने ग्रामीणों की मौजूदगी में किया डैम निर्माण के लिए भूमिपूजन
महासमुन्द। तीस लाख की लागत से ग्राम खट्टी के बेलाहीडबरी नाला पर स्टाप डेम का निर्माण कराया जाएगा। डेम निर्माण के बाद करीब दो सौ एकड़ में सिंचाई हो सकेगी। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के प्रयास से इसके लिए मंजूरी मिली है।
डैम निर्माण के लिए ग्राम खट्टी में भूमिपूजन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अतिथि के रूप में मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संजय शर्मा, हुलासगिरी गोस्वामी, शेखर चंद्राकर, दुजराम साहू, चमन सिन्हा, रेवा साहू, सुनील शर्मा, प्रेम चौहान मौजूद रहे। पूजा अर्चना बाद मुख्य अतिथि श्री चंद्राकर ने डैम निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। अपने संबोधन में संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर ने कहा कि बेलाहीडबरी पर स्टाप डेम के लिए ग्रामीण लंबे समय से मांग कर रहे थे। जिसे गंभीरता से लेते हुए शासन-प्रशासन का ध्यानाकर्षित कराया। बाद इसके स्टाप डेम निर्माण के लिए कैंपा मद से लगभग तीस लाख की स्वीकृति मिल सकी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही बेलाहीडबरी नाला में डैम का निर्माण हो जाएगा। इससे करीब दो सौ एकड़ में सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि शासन द्वारा ग्रामीणों को लाभान्वित कराने के लिए कई योजनाएं संचालित कर विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर ने कहा कि भूपेश सरकार द्वारा प्रदेश में सिंचाई का रकबा बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी में से नरवा विकास के तहत नदी-नलों का संरक्षण, तालाबों का गहरीकरण, सिंचाई जलाशयों व नहरों की मरम्मत, एनीकटों का निर्माण सहित भू-जल स्तर बढ़ाने के कार्याे को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में कोडार जलाशय के 80 फीसदी नहरों में लाइनिंग का कार्य पूरा हो गया है। किसान समृद्ध हो इसके लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है और किसानों के हितों को ध्यान में रखकर फैसला ले रही है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से रेंजर टीआर सिन्हा, नकूल मेहरा, मन्नू लाल साहू, परमानंद ध्रुव, सुरेश निषाद, सोहन पटेल, मनहरण निषाद, रामदयाल साहू, रामकिशुन पटेल, पवन साहू, रोशन साहू, कमला बाई यादव, बसंता यादव, श्रीमती शकुन निषाद, पार्वती जोशी, संतोषी साहू, तीजबाई मानिकपुरी, छोटेलाल मानिकपुरी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।