कोरोना से डरा चीन,कुत्ते के मांस खाने पर लगाई रोक
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : बीजिंग ,पूरी दुनिया आज जिस कोरोना वायरस महामारी से जुझ रही है, वो चीन की देन है. चीन खुद इस महामारी से लड़ रहा है. चीन ने हालांकि पहले की तुलना में स्थिति पर थोड़ा काबू पा लिया है, लेकिन वहां लगातार नए मामले भी सामने आ रहे हैं. फिलहाल बता दें कि चीन ने कोरोना वायरस प्रकोप को देखते हुए अपने यहां कुत्तों का मांस खाने पर रोक लगा दी है.
दरअसल अब तक चीन में कुत्ते और बिल्लियों का बड़े पैमाने पर मांस खाया जाता था. पर अब चीन के कृषि मंत्रालय ने इसे लेकर एक मसौदा तैयार किया, जिसमें कुत्तों को पशुधन नहीं बल्कि पालतू जानवर माना जाएगा. पशु संरक्षण की दिशा में इस प्रस्ताव को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. बता दें कि चीन पर आरोप लगते थे थि उसके यहां लोगों के इसी तरह के विचित्र खान-पान की आदत के चलते कोरोना वायरस जैसी लाइलाज बीमारी फैली है.
कुत्ते अब साथी पशु
बहरहाल प्रस्ताव में लिखा गया कि जहां तक कुत्तों का सवाल है तो मानव सभ्यता की प्रगति और जानवरों के संरक्षण के लिए लोगों की बढ़ती चिंता और प्यार के मद्देनजर कुत्ते अब साथी पशु बन गए हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे पशुधन नहीं माना जाता है. अब चीन में भी कुत्तों को पशुधन के तौर पर नहीं गिना जाएगा.
दरअसल चीन सरकार का यह फैसला कुत्तों के प्रति प्यार नहीं बल्कि कोरोना से उपजे खौफ का परिणाम है. पशु कल्याण की दिशा में काम करने वाली संस्थआ ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल के अनुसार चीन में अभी भी लगभग एक करोड़ कुत्ते प्रति वर्ष मांस के लिए मारे जाते हैं. इनमें चोरी किए जाने वाले पालतू पशु भी शामिल हैं.
चीन में बढ़ रहे मामले
बता दें कि चीन में संक्रमित लोगों की कुल संख्या शुक्रवार को करीब 82 हजार तक पहुंच गई. इनमें 1089 मरीजों का अभी भी उपचार चल रहा है, जबकि 77500 से ज्यादा लोग ठीक हो गए हैं. वहीं कोरोना के कारण मरने वालों की कुल संख्या 3339 हो गई है