एनआईटी रायपुर में “होलिस्टिक अप्रोच टू डिज़ाइन हॉस्पिटल्स 2024” पर 05 दिवसीय ऑनलाइन एसटीटीपी का हुआ समापन

-Public & Media Relations Cell

Report manpreet singh

Raipur chhattisgarh VISHESH राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर के आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग विभाग द्वारा 26 जुलाई 2024 को “होलिस्टिक अप्रोच टू डिजाइन हॉस्पिटल्स 2024” विषय पर आयोजित ऑनलाइन शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम(एसटीटीपी) के समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनआईटी रायपुर के डीन (फैकल्टी वेलफेयर) डॉ. देबाशीष सान्याल रहे। इस कार्यक्रम में संकाय सदस्य, प्रतिभागी और छात्र भी उपस्थित रहे। आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग विभाग के प्रमुख डॉ. अबीर बंदोपाध्याय इस 5-दिवसीय कार्यक्रम के संयोजक रहे, जबकि सहायक प्रोफेसर डॉ. हिमांशु पोपटानी और डॉ. श्रुति एस. नागदेवे समन्वयक की भूमिका निभाई।

समारोह की शुरुआत डॉ. श्रुति एस. नागदेवे ने कार्यशाला की पांच दिनों की गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण देते हुए की, जिसमें आपदा प्रबंधन, रोगियों के लिए उपचारात्मक वातावरण, अस्पताल डिजाइन के लिए इंजीनियरिंग सेवाएं और कोविड-19 के बाद अस्पतालों के डिजाइन जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल रहे । डॉ. नागदेवे ने इंटरैक्टिव सत्रों, प्रस्तुतियों और व्यावहारिक प्रशिक्षण के बारे में भी बताया, जो प्रतिभागियों ने अस्पतालों के डिजाइन और योजना के बारे में प्राप्त की। इस दौरान रोबोटिक्स और एआई के माध्यम से भविष्य के अस्पतालों के डिजाइन पर भी चर्चा की गई।

इस एसटीपीपी के प्रतिष्ठित वक्ताओं में स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए), नई दिल्ली के डीन (अनुसंधान) व प्रोफेसर डॉ. अनिल दीवान, रिटायर्ड एडिशनल कमिश्नर (लैंडस्केप) डीडीए डॉ. पूनम दीवान, एसपीए, नई दिल्ली में प्रैक्टिसिंग आर्किटेक्ट और फैकल्टी मेम्बर श्री संदल कपूर, और एमईपी सलाहकार इंजीनियर श्री जयंत सामल शामिल रहे। इन विशेषज्ञों ने अस्पतालों के वर्गीकरण, स्टैण्डर्ड ,आपदा प्रबंधन, अस्पतालों की योजना और डिजाइन, सुविधा प्रबंधन, अस्पतालों में इंजीनियरिंग सेवाओं और अस्पताल डिजाइन के भविष्य पर अपने व्यापक ज्ञान को साझा किया।

डॉ. देबाशीष सान्याल ने कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए आयोजक टीम की सराहना की। उन्होंने आयोजकों और प्रतिभागियों को उनके समर्पण और सक्रिय भागीदारी के लिए बधाई दी, जिससे कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित हुई। डॉ. सान्याल ने ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सराहा जो पेशेवरों और छात्रों दोनों के कौशल को बढ़ाने में मदद करते हैं और उन्हें अस्पताल डिजाइन और स्वास्थ्य संरचना में जटिल चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करते हैं।

डॉ. अनिल दीवान ने भी एसटीटीपी की सफलतापूर्व पूर्णता पर बधाई दी। उन्होंने एनआईटी रायपुर को इस क्षेत्र में शोध कार्य करने और वास्तुकला, स्वास्थ्य और इंजीनियरिंग विषयों को एकीकृत करने वाले विशेष पाठ्यक्रम शुरू करने का प्रस्ताव दिया। डॉ. दीवान के सुझाव ने अस्पताल डिजाइन और स्वास्थ्य समाधान में नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।

समारोह का समापन डॉ. हिमांशु पोपटानी द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों और आयोजकों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। डॉ. पोपटानी ने इस कार्यक्रम हेतु संस्थान के सहयोग की सराहना की तथा अस्पताल डिजाइन के क्षेत्र को उत्तम बनाने निरंतर सीखने और सहयोग के महत्व पर बल दिया। पांच दिनों तक चले इस ऑनलाइन कार्यक्रम में देश के कई क्षेत्रों और विभिन्न वर्गों के प्रतिभागी शामिल हुए जिन्हें ई सर्टिफिकेट प्रदान किये गए |

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