छत्तीसगढ़ शिक्षा मंत्री एवं जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशों की आर के सारदा ग्रुप के विद्या भवनस द्वारा खुले आम उड़ाई गयी धज्जियां, स्कूल द्वारा पालकों पर लॉकडाउन अवधि में ऑनलाइन क्लास्सेस के माध्यम से फीस के लिए दबाव बनाया गया , अभिभावकों ने सौंपा ज्ञापन

 

रिपोर्ट मनप्रीत सिंह 

रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष :छत्तीसगढ़ शिक्षा मंत्री एवं जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशों  की धज्जियां उड़ाने में विद्या भवनस आर के सारदा ग्रुप ने कोई कसर नहीं छोड़ी ,स्कूल द्वारा पालकों पर लॉकडाउन अवधि में ऑनलाइन क्लास के माध्यम से लगातार फीस के लिए  दबाव बनाया जा रहा है , इसी कड़ी में आज अभिभावकों ने  जिला शिक्षा अधिकारी को  ज्ञापन सौपा l भारतीय विद्या भवनस आर के सारदा ग्रुप द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश की अवमानना का मामले सामने आया है। स्कूल प्रबंधन द्वारा लॉकडाउन अवधि के दौरान बच्चों के अभिभावकों से फीस को लेकर दबाव बनाने और ऑनलाइन शिक्षा के एवज में शुल्क लेने के विरोध में पालकों ने मोर्चा खोल दिया है। बच्चों के अभिभावकों ने रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर स्कूल प्रबंधन पर उचित कार्यवाही की मांग की है, उक्त विषय में ,कई पालको का छत्तीसगढ़ विशेष के संपादक मनप्रीत सिंह के पास भी फ़ोन आया , इस पर हमारे  द्वारा स्कूल में फ़ोन लगा कर वहां के प्रशासनिक अधिकारी श्री राम से बात की गयी , पर इस पर उन्होंने बताया की ऐसा कुछ नहीं है ,यह सिर्फ और सिर्फ पालकों  का ब्रम्ह है ,हमारी सस्था ने किसी भी पालक को फीस हेतु नहीं कहा है , पालकों ने ज्ञापन सौंपकर बताया कि भारतीय विद्या भवनस आर के सारदा ग्रुप द्वारा बच्चों को प्रताड़ित करना आरम्भ कर दिया गया है, वो भी इसलिए कि पालकों ने लॉकडाउन अवधि (अप्रैल से जून 2020 ) का फीस जमा नहीं किया है।  जबकि इस सन्दर्भ में लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ और जिला शिक्षा अधिकारी ने साफ़ निर्देश दिया है कि लॉकडाउन अवधि के बीच पालकों पर फीस को लेकर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जाये।

छत्तीसगढ़ विशेष इस विषय पर बताना चाहेगा की  पूर्व में , DEO ने कहा था की -‘न फीस वसूली के मैसेज़ भेजें, न ऑनलाइन क्लास लें’,

 

 छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के दौरान प्राइवेट स्कूलों के द्वारा फीस वसूलने और ऑनलाइन क्लास शुरू करने का को लेकर लगातार मामला गरमाता जा रहा था। इस मामले में रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर ने एक बड़ा फैसला लिया था  दरअसल छत्तीसगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन ने प्राइवेट स्कूलों द्वारा लॉकडाउन के दौरान फीस वसूलने और ऑनलाइन क्लास शुरू करने को लेकर लगातार आवाज़ मुखर की थी। जिसकी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर को दी थी, जिसके बाद इस पूरे मामले में रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी जी आर चंद्राकर ने बड़ा फैसला लिया गया था रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी जी आर चंद्राकर ने रायपुर जिले के सभी प्राइमरी, मीडिल और हायर सेकेंडरी के साथ हाई स्कूलों के प्राचार्य और प्रबंधन को आदेश जारी किया है, जिसमें यह कहा गया है कि सभी स्कूल लॉकडाउन की अवधि में स्कूल फीस वसूली स्थगित रखें। जिससे कि पलकों और बच्चों को परेशानी ना हो।छत्तीसगढ़ विशेष फिर  याद दिलाना चाहेगा जिला शिक्षा अधिकारी के इस ज्ञापन को — “DEO ने तुरंत जारी किया था आदेश-‘न मैसेज़ भेजें, न मीटिंग करायेँ’”

आपको बता दें कि अभी कुछ देर पहले ही जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी किया था , जिसके मुताबिक आदेश दिया गया है कि लॉक डाउन की अवधि में किसी भी पालक को लिखित रूप से या मोबाइल के माध्यम से स्कूल फीस वसूली हेतु संदेश नहीं भेजा जाएगा। साथ ही निजी स्कूलों में किसी प्रकार की सामूहिक रूप से पलकों की बैठक नहीं कराई जाए, ऐसा आदेश भी डीईओ ने दिया था 

 

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