मंदिर में तैनात सुरक्षा प्रभारी रूबी यादव नाम की दबंग लेडी ने गैंगस्टर विकास दुबे को दबोचा, जानिए गिरफ्तारी की पूरी कहानी
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH :उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला कुख्यात विकास दुबे आज सुबह ₹250 की रसीद लेकर बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचा।
दर्शन करने के बाद बाद जोर से चिल्लाने लगा-अरे मैं विकास दुबे हूं…मैं विकास दुबे हूं….मैं विकास दुबे हूं….।
मंदिर में तैनात सुरक्षा प्रभारी रूबी यादव ने उसे पकड़ा गया और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
उसके बाद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और उसे हिरासत में लिया।आपको बता दें कि रूबी यादव इससे पहले भी मनचलों के होश ठिकाने लगाने के लिए चर्चित रही हैं। तीन साल पहले किसी मनचले के साथ हुई हाथापाई के बाद जिस कदर रूबी ने उसे सख्त समझाइश देते हुए पुलिस को सौंपा था, वह घटना काफी सुर्खियों में थी। रूबी मूलत: होमगार्ड में पदस्थ हैं।
गौरतलब है कि विकास दुबे की तलाश पूरे देश की पुलिस को बड़ी सरगर्मी से थी। विकास दुबे उस एनकाउंटर का मुख्य आरोपी है, जिसमें यूपी के 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे। यूपी में हुई इस घटना के बाद से विकास दुबे फरार था। तभी से उसकी तलाश थी। विकास दुबे के एमपी कनेक्शन को लेकर जांच जारी थी। मध्यप्रदेश पुलिस इसे लेकर हाईअलर्ट पर थी। ग्वालियर-चंबल के 15 बदमाशों के विकास दुबे से कनेक्शन का सुराग भी पुलिस के हाथों से लग चुके थे, जिसके बाद एसटीएफ ने अपनी पतासाजी तेज कर दी थी। खबर है कि विकास के 2 अन्य साथी बिट्टू और सुरेश को भी उज्जैन पुलिस ने होटल से गिरफ्तार किया है। आज विकास दुबे के पकड़े जाने के बाद कई सवालों के जवाब मिल सकेंगे। लॉकडाउन की अवधि में यूपी से उज्जैन तक चोरी-छिपे पहुंचना आसान नहीं था। लेकिन वह पुलिस को चकमा देते हुए पहुंच गया। उसके रिश्तेदारों ने पहले ही पुलिस को मना कर दिया था, कि उन्होंने विकास दुबे को पनाह दिया है