रोते हुए मासूम को चुप कराने माँ ने ही दबा दिया गला —- पेट दर्द की शिकायत में भर्ती नाबालिग ने अस्पताल के बाथरूम में दिया बच्चे को जन्म
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : बालोद/गुंडरदेही, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि एक दिन के नवजात बच्चे की मौत प्रसव के दौरान नहीं बल्कि गला दबाने से हुई है। उसकी हत्या किसी और नहीं बल्कि उसकी मां ने ही की थी। गुंडरदेही सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में 15 जनवरी को एक 17 साल की नाबालिग लड़की ने अस्पताल के बाथरूम में नवजात बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद उसकी मौत हो गई थी। पुलिस यही समझ रही थी कि बच्चा मृत पैदा हुआ है, लेकिन घटना के बाद जांच पड़ताल की गई और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि एक दिन के नवजात बच्चे की मौत प्रसव के दौरान नहीं बल्कि गला दबाने से हुई है। उसकी हत्या किसी और नहीं बल्कि उसकी मां ने ही की थी।
बाल संप्रेक्षण गृह भेजी गई नाबालिग
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने नाबालिग मां से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह लोकलाज के कारण ही बच्चे की गला दबाकर हत्या की है। पुलिस ने नाबालिग लड़की को धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर बाल संप्रेक्षण गृह दुर्ग भेज दिया है।
रोते बच्चे को चुप कराने दबा दिया गला
यह पूरा मामला गुंडरदेही थाना अंतर्गत के एक ग्राम का है। जहां की 17 साल 5 माह की नाबालिग लड़की के पेट में 15 जनवरी की सुबह 4 बजे दर्द हुआ। दर्द बढ़ा तो सुबह 5 बजे अस्पताल आ गई। अस्पताल के बाथरूम में शौच के दौरान एक बच्चे को जन्म दिया। बच्चा रो रहा था। रोते हुए बच्चे को चुप कराने व लोक लाज के कारण अपने ही बच्चे का गला घोंट दिया और उसकी मौत हो गई।
युवक से चल रहा प्रेम प्रसंग
बताया जाता है कि इस लड़की का एक युवक के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। उसके प्रेमी को यह पता नहीं था कि लड़की गर्भवती है। घटना के बाद इसकी जानकारी मिली। मामले में गुंडरदेही के थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने बताया कि 15 जनवरी को शासकीय अस्पताल गुंडरदेही के बाथरूम में नाबालिग ने बच्चे को जन्म दिया था। नाबालिग ने अपने बच्चे की हत्या करने का अपराध कबूल कर लिया है