रामलला के बाल्यकाल से लंकाकांड तक के दर्शन कर सकेंगे अब आप अयोध्या हाईवे पर, दीपोत्सव से पहले राममय हुई अयोध्या
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : रामनगरी अयोध्या को त्रेतायुग की नगरी बनाए जाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना, अब धरातल पर दिखाई दे रहा है. धर्म नगरी अयोध्या में दीपोत्सव के पहले पूरे शहर को राममय करने की तैयारी शुरू हो गई है. सहादतगंज से नया घाट तक लगभग 9 किलोमीटर के हाईवे पर भगवान श्रीराम के बाल्यकाल से लेकर लंकाकांड तक और ऋषि-मुनियों की 12 मूर्तियां लगवाई जा रही हैं. इसमें से 4 मूर्तियां हाईवे पर लग चुकीं है, शेष जगहों पर मूर्तियां लगाने का काम जारी है.
इस बार अयोध्या का छठवां दीपोत्सव बहुत ही भव्य तरीके से मनाए जाने की योजना बनी हुई है. प्रदेश सरकार पहले ही इसे प्रांतीय मेला का दर्जा दे चुकी है. इस बार राम की पैड़ी पर 14 लाख 50 हजार दीपक जलाकर एक बार फिर रिकॉर्ड बनाया जाएगा l राहगीर जब नेशनल हाईवे से गुजरेंगे तब उन्हें अहसास होगा कि वे राम नगरी अयोध्या से गुजर रहे हैं.
देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को अयोध्या पहुंचते ही यह अहसास होगा कि वो धर्म नगरी अयोध्या में हैं.अयोध्या के नेशनल हाइवे को रामायण के प्रसंगों की तर्ज पर सजाया जा रहा है. हाइवे पर सहादतगंज से रामघाट तक भगवान राम के बाल स्वरूप से लेकर वनवासी और राजा राम तक के विभिन्न रूपों की मूर्तियों को लगाया जा रहा है.
एक तरफ जहां राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या विश्व के मानचित्र पर स्थापित हो रहा है. तो वहीं, त्रेता के अयोध्या की परिकल्पना अब साकार होता दिख रहा है. 500 वर्ष के लंबे संघर्ष के बाद सनातन धर्मावलंबियों के आराध्य भगवान राम का यहां भव्य मंदिर बन रहा है.
ऐसे में अभी से ही पर्यटकों की आमद बढ़ गई परिकल्पना की जा रही है कि मंदिर निर्माण के बाद एक लाख राम भक्त प्रतिदिन आएंगे. ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा को और सुदृढ़ और सुचारू बनाने के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है. इसी के अंतर्गत भगवान राम की जन्मस्थली से जाने वाले मार्ग को सिक्स लेन से जोड़ा जाएगा.
साथ ही अयोध्या से जुड़ने वाले सभी मार्गों को राममय बनाए जाने की कार्य योजना पर भी कार्य किया जा रहा है lअयोध्या के जिलाधिकारी (डीएम) नीतीश कुमार ने कहा ने दीपोत्सव के पहले नेशनल हाइवे के द्वारा डिवाइडर पर जो सौंदर्यीकरण किया जा रहा है उसमें अयोध्या के अध्यात्म से जुड़ी हुई मूर्तियां लगाई जा रही हैं.
साथ ही डिवाइडर की फर्निशिंग की जा रही है. अयोध्या के नेशनल हाइवे आधुनिक संसाधनों से भी लैस किए जाएंगे. साथ ही सड़क के बीच वाले स्थान पर भगवान की अलग-अलग स्वरूप की प्रतिमाएं लगाई जा रही हैं. इसके अलावा, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि वाल्मीकि सहित अन्य कई महाऋषियों और देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित किए जाने की भी योजना पर काम किया जा रहा है. वहीं, कई स्थानों पर आधुनिक फव्वारा और रामायणकालीन वृक्ष भी लगाए जा रहे हैं.