हर प्राइवेट अस्पतालो मे लूटमार चालू — शासन विफल , देवेन्द्र नगर स्थित नारायणा में मौत पर हुआ हंगामा
# लापरवाही, शव को घंटों आईसीयू में रखने का आरोप, अधिक बिल जैसी घटनाये सामान्यता, ईन सब लूट मार के पीछे शाशन की नीतियां कहीं ना कहीं जिम्मेदार एवं हावी l अभी कुछ दिनों पहेले (03/04 माह) पहले भी MMI मे भी लूट मार का किस्सा हुआ था जिसके लिए स्वास्थ मंत्री बाबा जी को. पीड़ित द्वारा आवेदन दिया गया था जिसका आज तक कोई जवाब नहीं मिला/ ना ही किसी प्रकार की कार्यवाही की गई है जिससे ये प्रतीत होता है कि शासन स्वयं प्राइवेट हॉस्पिटल को बचाने मे लगा हुआ है इसके पीछे अखिर उसकी क्या मनसा है ये किसी से नहीं छुपी है l इस समय छत्तीसगढ़ शासन गोबर खरीदने मे मस्त है और पीछे हॉस्पिटल लूटने में मस्त है l
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : राजधानी रायपुर के देवेन्द्र नगर स्थित श्री नारायणा हॉस्पिटल में एक 30 वर्षीय युवक की मौत पर आज जमकर हंगामा हुआ। परिजनों ने युवक के इलाज में लापरवाही और मौत होने के बाद शव 14 घंटे तक आईसीयू में रखने आरोप लगाया है।
परिजनों का आरोप लगाते हुए कहना है कि युवक को 14 तारीख को श्री नारायण हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जो नॉर्मल शुगर पेशेंट था। शुगर की वजह से यूरिन इंफेक्शन हो गया था। बीती रात में उसका बीपी अचानक लो हुआ। युवक के स्वास्थ में 7 दिन इलाज के बाद भी कोई सुधार नहीं आया और मौत होने के बाद भी शव को आईसीयू में लगातार घंटों रख लिया गया।
मृतक के भाई उत्तम कुमार पटेल ने मीडिया से चर्चा में डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। उसने कहा कि आईसीयू में एडमिट कराने के करीब 13 -14 घंटें बाद भी वहां डॉक्टर नहीं आए। आईसीयू में कोई भी जिम्मेदार डॉक्टर मौजूद नहीं थे। जब आवाज उठाई तो एक डॉक्टर ने कहा कि हमसे बात करो आप रातभर कहां थे।
इस संबंध में अस्पताल संचालक डॉ. सुनील खेमका का कहना है कि युवक को शुगर की बीमारी थी। लिवर में स्प्लीन में अपसेस था। डायबिटीज बहुत समय से कंट्रोल में नहीं था और पूरे पेट में इंफेक्शन था। परिजनों का आरोप गलत है। आईसीयू में 24 घंटे डॉक्टर रहते