तेलंगाना के हाइड्रोइलैक्ट्रिक पावर प्लांट में आग लगने से 9 लोगों की मौत
Report manpreet singh
RAIPUR chhattisgarh VISHESH : तेलंगाना,तेलंगाना के श्रीसैलम हाइड्रोइलैक्ट्रिक प्लांट (श्रीसैलम लेफ्ट बैंक पावर स्टेशन) में आग लगने के बाद अभी तक राहत दलों ने वहां से छह शव बरामद किए गए हैं। शुक्रवार कोअधिकारियों ने बताया कि 9 लोगों के इसके अंदर फंसे होने का अंदेश था। अधिकारियों के मुताबिक, प्लांट में फंसे तीन अन्य लोगों के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। तीन असिस्टेंट इंजीनियर- सुंदर नाइक, मोहन कुमार और फातिम के शव की पहचान हुई है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने घटना के कारण का पता लगाने के लिए सीआईडी द्वारा व्यापक जांच के आदेश दिए गए हैं। सीआईडी के एडिशनल डायरेक्टर ऑफ पुलिस गोविंद सिंह को इन्क्वायरी ऑफिसर नियुक्त किया गया है। सिंह से इस बारे में जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
श्रीसैलम पावर प्लांट में आग से हुई मौत पर मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त किया है। इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि फंसे हुए इंजीनियर्स को निकालने के लिए सभी संभावित प्रयास किए गए ताकि उन्हें जिंदा निकाला जा सके, लेकिन सफलता नहीं मिली। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के लिए अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है।
गुरुवार की देर रात जब यह हादसा हुआ उस वक्त तेलंगाना स्टेट पावर जेनरेशन कॉर्पोरेशन (TSGenco) के कुल 30 कर्मचारी थे। हालांकि, इनमें से 6 कर्मचारियों को सुरंग से बचाकर बाहर निकाला गया तो वहीं 15 लोग प्रोजेक्ट के आपातकालानी एग्जिट रूट के लिए बाहर आ गए। नौ अन्य लोग सुरंग के अंदर घने धुएं के चलते अंदर फंसे रह गए और बचाव दलों के लिए वहां तक पहुंचना मुश्किल हो गया था।
जिलाधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान भी राहत अभियान में शामिल हुए है और दमकल की पांच गाड़ियां अभियान में लगी हुई है। उन्होंने बताया कि सुरंग से धुआं निकल रहा है और धुएं को हटाने के प्रयास किये जा रहे है।
तेलंगाना-आंध्र प्रदेश सीमा पर जमीन के अंदर बने श्रीसैलम पनबिजली संयंत्र में गुरुवार की रात आग लगने से इसमें नौ लोगों के फंसे होने की आशंका है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह लोगों को सांस लेने में दिक्कत के बाद स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।