आइए सच्चाई जाने इस बात की — क्या हर कोरोना मरीज के पीछे केंद्र सरकार से मिलेंगे 1.5 लाख रुपये ?

Report manpreet singh 

Raipur chhattisgarh VISHESH :कोरोना वैश्विक महामारी के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं, इस बीच इस कोविड-19 महामारी से जुड़े तमाम दावे व्हाट्सऐप और सोशल मीडिया पर शेयर किए जाते हैं। इन दावों में कुछ सही होते हैं और कुछ एकदम गलत होते है। व्हाट्सऐप पर पिछले कुछ दिनों से एक मैसेज खूब वायरल किया जा रहा है। इसमें दावा किया गया है कि केंद्र सरकार हर कोरोना संक्रमित मरीज के लिए म्यूनिसिपलिटी को 1.5 लाख रुपये दे रही है। इस मैसेज में दावा किया गया कि केंद्र सरकार हर कोविड-19 मरीज के लिए म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन को 1.5 लाख रुपये दे रही है और इस वजह से कॉर्पोरेशन और प्राइवेट डॉक्टर्स नॉर्मल बुखार और सर्दी खासी वाले मरीजों को भी कोरोना संक्रमित बता रहे हैं।

बता दें कि मराठी में वायरल हुए इस मैसेज में दावा किया गया है, ‘केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन को हर कोविड-19 मरीज के लिए 1.5 रुपये दिया जाएगा, इसलिए लोगों से गुजारिश है कि वो सतर्क रहें, क्योंकि कॉर्पोरेशन और प्राइवेट डॉक्टर्स इसी वजह से सामान्य बुखार और जुकाम वाले मरीजों को भी कोविड-19 मरीज बता रहे हैं।’ प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने बताया है कि यह दावा एकदम फेक है और केंद्र सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है।

ट्वीट में लिखा गया, ‘दावाः व्हाट्सऐप पर एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार हर कोविड-19 मरीज के लिए म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन को 1.5 लाख रुपये दे रही है। पीआईबी फैक्ट चेकः यह दावा फेक है, सरकार द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है।’ भारत में कोविड-19 महामारी के 3,100,000 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं।

 

 

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