डॉ. मनसुख मांडविया ने पैरा-एथलीटों को उनकी उपलब्धियों के लिए सराहा; 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए खेल में उत्कृष्टता हासिल करने का आह्वान किया

केंद्रीय मंत्री ने पेरिस पैरालिंपिक से लौटे छह पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया

प्रविष्टि तिथि: 07 SEP 2024 6:06PM by PIB Delhi

केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल और श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा खडसे के साथ आज नई दिल्ली में भारतीय पैरा-शूटिंग दल को पेरिस से भारत लौटने पर सम्मानित किया। इस टीम ने पेरिस में कुल 4 पदक जीते, जिसमें अवनी लेखरा ने स्वर्ण पदक, मनीष नरवाल ने रजत, और रुबीना फ्रांसिस तथा मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक अपने नाम किया है।

भारतीय पैरा-शूटिंग दल को संबोधित करते हुए डॉ. मांडविया ने खिलाड़ियों, उनके प्रशिक्षकों और उनके सहयोगी कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “जब आप खेलते हैं, तो आप न केवल अपने लिए सफलता प्राप्त करते हैं, बल्कि अपने प्रशिक्षक, अपने माता-पिता और पूरे देश को गौरवान्वित भी करते हैं।” उन्होंने यह भी कहा, “हमारे सभी 84 पैरा-एथलीटों ने पेरिस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। कुछ खिलाड़ी पदक लेकर लौटे, जबकि अन्य ने बहुमूल्य अनुभव प्राप्त किया। आइए, हम इन अनुभवों का लाभ उठाएं और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ते रहें, हमेशा स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रखें।”

डॉ. मांडविया ने राष्ट्रीय प्रगति की आधारशिला के रूप में खेलों को विकसित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “हमें 2047 तक स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने पर ‘विकसित भारत’ के सपने को पूरा करने के लिए आगामी प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन जारी रखना चाहिए। सरकार सभी खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण सुनिश्चित करेगी और हमारे एथलीटों और प्रशिक्षकों को मदद देना जारी रखेगी।”

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002HB25.jpg

अवनि लेखरा ने 249.7 अंकों का नया पैरालिंपिक रिकॉर्ड (पीआर) बनाकर आर2 – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता और टोक्यो 2020 में जीते अपने खिताब का भी बचाव किया। इस जीत के साथ वह पैरालिंपिक या ओलंपिक में दो बार स्वर्ण पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला एथलीट भी बनीं।

इस दल में पैरा-तीरंदाज राकेश कुमार और पैरा-एथलीट प्रणव सूरमा भी मौजूद थे। तीरंदाज राकेश ने शीतल देवी के साथ मिलकर मिश्रित टीम कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता; जो पैरालिंपिक में कंपाउंड तीरंदाजी में भारत के लिए पहला पदक रहा। 39 वर्षीय राकेश व्यक्तिगत स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे और 1 अंक से कांस्य पदक से चूक गए।

इस बीच, प्रणव ने पुरुषों के क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में रजत पदक जीता और हमवतन धरमबीर ने इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।

भारत ने 06.09.2024 को दिन के स्पर्धाओं की समाप्ति के बाद कुल 27 पदक (6 स्वर्ण, 9 रजत, 12 कांस्य) जीते हैं। कल टोक्यो 2020 रजत पदक विजेता प्रवीण कुमार ने 2.08 मीटर की अपनी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ पुरुषों की ऊंची कूद – टी64 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता और इस दौरान उन्होंने एक क्षेत्रीय रिकॉर्ड (एशियाई रिकॉर्ड) भी बनाया।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image003ZNUN.jpg

इसके अलावा, खेलो इंडिया एथलीट और पैरालिंपिक में पदार्पण करने वाले होकाटो सेमा ने 14.65 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पुरुषों की शॉट पुट – एफ57 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। वह पैरालिंपिक के इस संस्करण में पदक जीतने वाले 40 वर्ष की आयु के सबसे उम्रदराज भारतीय भी बन गए।

***

एमजी/एआर/एके/एसएस

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *