केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की शिकायतों के आधार पर तीन प्राथमिकी दर्ज की
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH नई दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की इन शिकायतों के आधार पर तीन प्राथमिकी दर्ज की हैं कि कुछ धोखेबाज पीएमओ में काम करने का दावा करके प्रभाव डालने की कोशिश कर रहे थे. यह जानकारी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को दी.पीएमओ की ओर से दी गईं तीन शिकायतों की जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली है.
अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने अज्ञात व्यक्तियों, प्रिंस और शिवकुमार नामक लोगों के खिलाफ तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की हैं.शिकायत अब अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी में परिवर्तित हो गई है जिसमें आरोप लगाया गया है, ‘‘इस कार्यालय के संज्ञान में आया है कि चंडीगढ़ में तैनात मनोज कुमार मीणा, आईपीएस (2012, एजीएमयूटी) से व्यक्ति रोहित यादव द्वारा मोबाइल नंबर 7009808342 का उपयोग करके सम्पर्क किया गया.
इस व्यक्ति ने खुद को संयुक्त सचिव, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) होने का दावा किया और एक पुलिस कांस्टेबल के स्थानांतरण के लिए कहा.’’इसमें कहा गया कि प्रथम दृष्टया इस व्यक्ति द्वारा खुद को पीएमओ अधिकारी दिखाने का मामला प्रतीत होता है क्योंकि ऐसे किसी अधिकारी द्वारा ऐसी कोई कॉल नहीं की गई थी और नंबर भी अधिकारी का नहीं है.
अधिकारियों ने कहा कि दूसरा मामला पीएमओ में निजी सहायक के रूप में काम करने का दावा करने वाले एक व्यक्ति से संबंधित है, जिसने रविकांत खरब नाम के एक व्यक्ति को आश्वासन दिया था कि वह भारतीय रिजर्व बैंक में तीन लाख रुपये की रिश्वत के बदले नौकरी दिला देगा. उन्होंने कहा कि आरोप है कि खरब ने ‘प्रिंस’ नाम के एक लड़के को 25,000 रुपये दिए.