महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ा दल होने के बावजूद भाजपा ने एकनाथ शिंदे गुट को अपना समर्थन देने की घोषणा की, एकनाथ शिंदे बने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री, देवेंद्र फडणवीस ने संभाला डिप्टी सीएम का पद
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH मुंबई. एकनाथ शिंदे बने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री, देवेंद्र फडणवीस ने संभाला डिप्टी सीएम का पद lमहाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने दक्षिण मुंबई में स्थित राजभवन में गुरुवार की शाम एकनाथ संभाजी शिंदे को प्रदेश के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई, जबकि देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद संभाला.
इसके साथ ही राज्य में पिछले 10 दिनों से चल रही राजनीतिक उथल-पुथल पर भी विराम लग गया. शपथ ग्रहण समारोह पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा शिवसेना विधायकों में एक बड़े विद्रोह के मद्देनजर अपने पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद आयोजित हुआ. शिवसेना के अधिकतर नेता बागी हो गए, जिसके कारण सरकार पर संकट मंडराने लगा और आखिरकार कारण 31 महीने पुरानी महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई.फडणवीस ने घोषणा की थी कि शिंदे महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री होंगे. हालांकि, कयास लगाये जा रहे थे कि एकनाथ के नेतृत्व वाले बागी शिवसेना विधायकों के समर्थन से फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ा दल होने के बावजूद भाजपा ने शिंदे गुट को अपना समर्थन देने की घोषणा की.
हालांकि फडणवीस से यह भी कहा था कि वह नई सरकार में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा, “मैं सरकार से बाहर रहूंगा, हालांकि, सरकार का सुचारू रूप से संचालन सुनिश्चित करूंगा जो उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद विकल्प के तौर पर सामने आई है.”
भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे पार्टी के शीर्ष अधिकारियों के निर्देशों के बाद, दो बार के पूर्व सीएम फडणवीस अंतत: नंबर 2 (डिप्टी सीएम) के तौर पर नए शासन में शामिल होने के लिए सहमत हो गए.
नड्डा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र की जनता की भलाई के लिए बड़े मन का परिचय देते हुए एकनाथ शिंदे का समर्थन करने का निर्णय किया. उन्होंने कहा, “देवेन्द्र फडणवीस ने भी बड़ा मन दिखाते हुए मंत्रिमंडल में शामिल होने का निर्णय किया है, जो महाराष्ट्र की जनता के प्रति उनके लगाव को दर्शाता है.”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र में शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सत्ता हासिल करना पार्टी का उद्देश्य नहीं है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और महाराष्ट्र की जनता की सेवा करना ही उसका ‘परम लक्ष्य’ है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, शिवसेना और भाजपा के शिंदे समूह के मंत्रियों के रूप में और अधिक विधायकों को शामिल करने के साथ जल्द ही दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा.