
फैसला लेने में एथलीट-केंद्रित और एथलीट-प्रथम दृष्टिकोण को आधार बनाया गया
Raipur chhattisgarh VISHESH : पेरिस ओलंपिक के लिए 117 एथलीटों के साथ कुल 140 सहयोगी स्टाफ सदस्यों को भेजा जा रहा है ताकि एथलीटों को 360-डिग्री समर्थन मिल सके। पेरिस 2024 ओलंपिक 26 जुलाई 2024 को शुरू होंगे, और भारत का 117 एथलीटों का दल 16 खेलों की विधाओं में भाग लेगा।
एथलीट-केंद्रित और एथलीट-प्रथम दृष्टिकोण को अपनाते हुए, सहायक स्टाफ के चयन के लिए एक व्यापक और विधिपूर्ण तंत्र अपनाया गया है। सभी सहायक स्टाफ सदस्य एथलीटों को समग्र समर्थन देने के लिए भेजे जा रहे हैं। अतिरिक्त सहयोगी स्टाफ सदस्य एथलीटों से चर्चा और उनकी आवश्यकताओं के आधार पर चुने गए हैं, जिससे एथलीटों को फैसले के केंद्र में रखा गया है।
140 सहयोगी स्टाफ सदस्यों में से 67 खेल गांव में एथलीटों के साथ रहेंगे और इनमें कोच, टीम डॉक्टर, रिकवरी विशेषज्ञ, खेल वैज्ञानिक और फिजियोथेरेपिस्ट शामिल हैं। अन्य सदस्य खेल गांव के बाहर ठहराए जाएंगे और इनमें अतिरिक्त कोच, स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग विशेषज्ञ, ट्रेनर, स्पारिंग पार्टनर और मानसिक कंडीशनिंग कोच शामिल हैं ताकि एथलीटों को आसानी से उन तक पहुंच हो सके, भले ही वे आईओसी की 33% सहायक स्टाफ की सीमा के कारण खेल गांव में नहीं रह पाएं।
कोचों, डॉक्टरों, फिजियोथेरेपिस्टों आदि के अलावा, इस बार भारत की और से पोषण विशेषज्ञ, नींद चिकित्सक और यहां तक कि स्पारिंग पार्टनर भी भेजे जा रहे हैं। वर्तमान पेरिस ओलंपिक के दौरान, भारत 43 कोच और व्यक्तिगत कोच, 25 विदेशी कोच, 26 फिजियोथेरेपिस्ट और 7 मालिश विशेषज्ञ भेज रहा है।
भारत सरकार ने खेल गांव के करीब होटल कमरे बुक करने और इन अतिरिक्त स्टाफ सदस्यों को दैनिक पास आवंटित करने के भी प्रयास किए हैं ताकि वे एथलीटों के प्रशिक्षण सत्रों के दौरान उनसे मिल सकें और उन्हें महत्वपूर्ण मैचों के लिए तैयार कर सकें।
