राजधानी रायपुर के सिख समुदाय द्वारा रायपुर में शुरू की गई दवाई के नि:शुल्क लंगर और से प्रेरणा ले कोरबा शहर में बच्चों के लिए अनोखा लंगर संचालित हो रहा
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में बच्चों के लिए अनोखा लंगर संचालित हो रहा है. इसका नाम दवाइयों का लंगर हैं. यहां मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. मेडिकल कॉलेज संबद्ध जिला अस्पताल परिसर में कई वर्षों से मरीजों के परिजन को मुफ्त भोजन की सेवा के साथ शहर में जरूरतमंदों के लिए कई अन्य सेवा उपलब्ध करा रही सामाजिक सेवा संस्था बीके वेलफेयर सोसायटी ने घंटाघर स्थित जन औषधि केंद्र में दवाइयों की नि:शुल्क लंगर सेवा की शुुरुआत की है. इस नई सेवा के तहत नवजात शिशु से लेकर 10 वर्ष तक के ऐसे बच्चे, जिन्हें दवाइयों की जरूरत है, उन्हें डाॅक्टर की पर्ची के आधार पर जन औषधि केंद्र से नि:शुल्क जेनेरिक दवाइयां दी जाएंगी.इन दवाइयों का खर्च बीके वेलफेयर सोसायटी द्वारा वहन किया जाएगा. सेवा की शुरुआत चेंबर ऑफ काॅमर्स के नए अध्यक्ष योगेश जैन ने बीते रविवार को फीता काटकर किया.
बीके वेलफेयर सोसायटी के हरबीर सिंह होरा ने बताया कि भोजन समेत अन्य सेवा के बाद समिति ने बहुत अच्छी सेवा शुरू करने का विचार किया था. इसमें सिख समुदाय द्वारा रायपुर में शुरू की गई दवाई के नि:शुल्क लंगर से प्रेरणा मिली. वहीं अस्पताल परिसर में सेवा कार्य करते हुए गरीब परिवार छत्तीसगढ़ में कोरबा दूसरा स्थान है, जहां दवाइयों का लंगर शुरू हुआ है.
राजधानी रायपुर के महावीर नगर स्थित गुरुद्वारा समिति द्वारा पिछले 05/06 वर्षो से नि:शुल्क दवाइयों का लंगर से प्रदेश मे बना माहौल l राजधानी रायपुर में सिख समुदाय ने मेकाहारा मेडिकल कॉलेज के मरीजों के लिए नि:शुल्क दवाइयों का लंगर बीते मई महीने में ही शुरू किया गया है. इस लंगर की शुरुआत स्थानीय विधायक कुलदीप सिंह जुनेजा की पहल पर की गई. अब कोरबा शहर में सिख समुदाय से जुड़े हरबीर सिंह होरा और उनकी सोसायटी के अन्य सदस्यों ने बच्चों के लिए नि:शुल्क दवाइयों का लंगर शुरू किया है. यहां सरकारी के अलावा निजी अस्पताल व डाॅक्टरों के पर्ची लाने पर भी मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराई जाएगी. हालांकि डॉक्टर की पर्ची लाना अनिवार्य किया गया है. इस लंगर की चर्चा पूरे शहर में हो रही है.