एक मुस्लिम बच्चा लॉकडाउन में सुनसा सडक पर जा रहा था, पुलिस ने समझा घुमने निकला होगा, लेकिन जब उसने बताई कहानी तो आँखों में आ गए आंसू
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : कर्नाटक पुलिस के नौजवान ऑफ़िसर महंतेश बानप्पागौदर को रविवार दोपहर तीन बजे अपने पुलिस स्टेशन के सामने वाली सड़क पर एक मुस्लिम लड़का अकेला जाता दिखा। एसआई महंतेश ने बच्चे को बुलाया और पूछा कि कहाँ जा रहे हो? पुलिस को देखकर बच्चा डर गया।
जिसे महंतेश तुरंत समझ गए और उन्होंने प्यार से बच्चे से घूमने का कारण पूछा। बच्चे ने बताया कि ‘उसके पिता नही हैं मां घरों में काम करती है। मां ने मुझे दोस्त के घर जाकर पढ़ने के लिए भेजा है। ये कहते हुए वो पाँचवीं की किताब पुलिस अधिकारी को दिखाता है।
ये देखकर ऑफिसर भावुक हो जाते हैं और पूछते हैं आप क्या बनना चाहते हैं तो बच्चा कहता है की मैं पुलिस बनना चाहता हूं। ये सुन कर ऑफिसर को अपने बचपन की याद आ जाती है जब वो ये सपने देखा करते थे,और बच्चे को प्यार से गले लगा लेते हैं। महंतेश अपने पर्स से 100 रुपए निकाल कर बच्चे को देते हैं और कहते हैं कि आप इसकी चोकलेट खा लेना,अपनी टोपी निकालते हैं उसे बच्चे के सिर पर रख देते हैं। जिसकी तस्वीरें उनके विभाग के ही पुलिसकर्मी लेते हैं।