जमातियों की लापरवाही, कोरोना के शिकार हुए मदरसे के 8 छात्र
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष :
अभी तक तबलीगी जमात के लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिल रहे थे, लेकिन अब इनके संपर्क में आने वाले दूसरे लोग भी कोरोना की चपेट में आने लगे हैं. कानपुर के एक मदरसे में 8 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
ताजा मामला कानपुर का है जहां मदरसे में रह रहे तबलीगी जमात के लोगों की वजह से 12 से 22 साल के 8 छात्र कोरोना से संक्रमित हो गए. मदरसे के 17 छात्रों में कोरोना के लक्षण दिखे थे, जिसमें से 8 पॉजिटिव पाए गए. कानपुर में दिल्ली के जमाती एक मदरसे में रुके रहे, जिसकी वजह से मदरसे के छात्र कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. जमाती शहर के मछरिया की खैर मस्जिद में रुके थे. इसी दौरान उन्होंने यहां के मदरसे में भी आना जाना जारी रखा था. प्रशासन ने जमातियों को हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बाद मदरसे के छात्रों को भी नारायणा हॉस्पिटल में आइसोलेशन में रखकर उनके सैंपल जांच को भेजे थे. जिसमें से अभी तक 8 छात्रों को कोरोना की पुष्टि हुई है.
10 जमाती पहले ही पॉजिटिव पाए जाने पर कोरोना हॉस्पिटल में भर्ती है. कानपुर में अब तक 20 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं, जिसमें पहला कोरोना मरीज ठीक होकर अपना घर जा चुका है.ये सभी कोरोना मरीज जमातियों के संपर्क में आकर कोरोना के शिकार हुए हैं. मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल आरती लाल चंदानी का कहना है कि 43 मरीजों के सैंपल जांच की गई, जिसमें आज 8 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है.
ये सभी नारायणा कोरोना हॉस्पिटल में भर्ती हैं जिनका इलाज चल रहा है. अफसोस इस बात का है कि जमातियों की नासमझी का शिकार बने सभी छात्र 12 साल से 22 साल के बीच के हैं और इनमें से ज्यादातर बिहार के रहने वाले हैं.