लॉकडाउन तोड़ने पर पुलिस ने मार दी गोली, 18 की मौत
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : सावधान ! तालाबंदी का पालन करें। घर में रहें-सुरक्षित रहें। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा दी है। इसके संक्रमण को रोकने के लिए सरकारें अलग-अलग तरह से कदम उठा रही हैं। देश दुनिया के ज्यादातर हिस्से में लॉक डाउन पर जोर दिया जा रहा है। इस बीच मीडिया की यह खबर चौकाने वाली है कि नाइजीरिया में पुलिस ने लॉकडाउन तोड़ने वालों के साथ ऐसा किया कि सुनकर अच्छे अच्छों की रोंगटे खड़े हो गए।
दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन है। इसके बावजूद भी लोग घर में बैठने को राजी नहीं हैं। भारत समेत कई देशों में लोग लॉकडाउन के बावजूद सड़कों पर बेवजह निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं। नाईजीरिया की पुलिस ने ऐसा करने वालों को बेहद कठोर सबक सिखाया
नाइजीरिया में लोगों के लॉकडाउन में बाहर निकलने पर पुलिस ने उन पर अंधाधुंन गोलियां चला दी। जिससे वहां 18 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस की इस सख्ती की दुनियाभर में चर्चा हो रही है। नाइजीरिया में कोरोना को लेकर सरकार बेहद सख्ती बरत रही है। जिसके चलते अभी तक वहां कोरोना वायरस से सिर्फ 13 लोगों की ही मौत हुई है। पुलिस के इस सख्त कदम के बाद लॉकडाउन तोडऩे वालों में वहां खौफ का माहौल है। वहीं नाइजीरिया पुलिस का कहना है कि लोगों के नही मानने पर उनके पास कोई विकल्प ही नहीं बचा था। जनसामान्य में संक्रमण रोकने सख्ती करने की मजबूरी है। चेतावनी नहीं मानने पर ऐसा करना पड़ा। जिसका हमें भी बेहद अफसोस है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण के चलते महज 12 लोगों की मौत दर्ज करने वाले नाइजीरिया में इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 18 लोगों को सुरक्षा बलों ने गोली मार दी है। अफ्रीका के सबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व वाले इस देश में अभी तक इस महामारी से महज 407 लोग ही पीड़ित पाए गए हैं।
वहां के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जारी अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि देश के 36 में से 24 राज्यों और राजधानी अबुजा में मानवाधिकार हनन के 105 मामले सामने आए हैं, जिनमें 8 मामले लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर सुरक्षा बलों द्वारा 18 लोगों की अवैध एनकाउंटर में हत्या करने के हैं। हालांकि राष्ट्रीय पुलिस प्रवक्ता फ्रैंक एमबीए ने मानवाधिकार आयोग की तरफ से ऐसे आरोप लगाए जाने को आम बात बताकर पल्ला झाड़ लिया है।