राजधानी रायपुर नगर निगम भवनों का दुरुपयोग प्रतिदिन : निशुल्क रूप से देने के लिए बड़े जनप्रतिनिधियों का दबाव लगातार
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH पण्डित सुन्दर लाल शर्मा वार्ड 42 के अशवनी नगर के सामुदायिक भवन को पश्चिम विधायक विकास उपाध्याय ने जोन 5 आयुक्त को पत्र लिख कर DD नगर वार्ड से कांग्रेस पार्षद के रूप में उम्मीदवार रही आरती उपाध्याय के द्वारा भागवत पुराण के कार्यक्रम के लिए 19 जुलाई से 27 जुलाई तक निशुल्क देने का आग्रह किया था जिस पर जोन आयुक्त ने निशुल्क आबंटन कर दिया जबकि सामुदायिक भवन का किराया प्रतिदिन 5900 रुपये है ।
वार्ड के अशवनी नगर लाखेनगर क्षेत्र में रहने वाले 4 – 5 नागरिक जो कि भवन को 22 , 23 , 24 , 25 , 26 जुलाई की तारीख को बुक कराना चाहते थे कि उनके परिवार में मृत्यु शोक कार्यक्रम दशगात्र / तेरहवीं के आयोजन के लिए उनको जोन से भवन बुक करनर के लिए मना कर दिया गया था । सम्बन्धित परिजन ने वार्ड पार्षद मृत्युंजय दुबे को इसकी शिकायत की
शोक सम्बन्धी आयोजन के लिए वे पैसा देकर भवन बुक कराना चाहते हैं लेकिन उनको भवन नही दिया गया और निशुल्क भवन अन्य कार्यक्रम के लिए वार्ड के बाहर के नागरिकों को दिया जा रहा है तो हम अपने सामाजिक पारिवारिक कार्यक्रम किस भवन में करायेंगे ।
भाजपा पार्षद मृत्युंजय दुबे ने 20 जुलाई शाम को नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी को शिकायत की कि वार्ड के नागरिकों को भवन शुल्क जमा करने के बाद भी नहीं दिया जा रहा है और 19 जुलाई से 27 जुलाई तक शुल्क जमा किए बिना अशवनी नगर सामुदायिक भवन आबंटित किया गया है । वार्ड के नागरिक अपने सामाजिक कार्यक्रम कहाँ करवायेंगे ।
निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी ने जोन आयुक्त 5 से पूछा कि भवन बिना शुल्क के कैसे आबंटित हो गया , वार्ड पार्षद मृत्युंजय दुबे की शिकायत है इसके बाद जोन 5 कार्यालय में हड़कम्प मच गया और आनन फानन में 19 जुलाई से 27 जुलाई के भवन आबंटन की फाइल को मंगाया गया और आयोजन कर्ता को शुल्क जमा करने को कहा गया । ततपश्चात 21 जुलाई को आयोजन कर्त्ता आरती उपाध्याय ने 41 हजार 300 रुपये की राशि जमा कर रशीद प्राप्त की ।
पार्षद मृत्युंजय दुबे ने नगर निगम के भवनों का इसी प्रकार दुरुपयोग प्रतिदिन होता है जहाँ निशुल्क रूप से देने के लिए बड़े जनप्रतिनिधियों का दबाव होता है और नगर निगम को लाखों रुपए की राजस्व हानि पहुँचती है । यदि किसी गरीबी रेखा के अंतर्गत परिवार को भवन दिया जाता तो समझ मे आता पार्षद मृत्युंजय दुबे ने कहा है कि गरीब बस्तियों में बने सामुदायिक भवन पर पहला हक उन बस्तियों में रहने वाले नागरिकों का है जिनके लिए भवन बनाया गया है । इन भवनों में उनके विभिन्न सामाजिक समारोह छटटी , दशगात्र , तेरहवीं , शादी ब्याह होते रहते हैं ।
मृत्युंजय दुबे , पार्षद
वार्ड 42 रायपुर