लॉकडाउन में फंसा पिता नहीं आ पाया मैनेजर बेटे का शव लेने तो ट्विटर पर लगाई सीजी DGP से मदद की गुहार
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : भिलाई , देश में लॉकडाउन की वजह से उनके परिजन को यहां आने में दिक्कत हो रही थी। तब विकास के पिता कैलाशनाथ सिंह ने छग के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी से ट्विटर पर गुहार लगाई। भिलाई स्टील प्लांट के कोक ओवन में प्रबंधक के पद पर कार्यरत मेरठ उत्तरप्रदेश का रहने वाला विकास कुमार (38) ने शनिवार की रात 9.30 बजे हॉस्टल में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। देश में लॉकडाउन की वजह से उनके परिजन को यहां आने में दिक्कत हो रही थी। तब विकास के पिता कैलाशनाथ सिंह ने छग के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी से ट्विटर पर गुहार लगाई।
मेरठ भिजवाया शव
मृतक मैनेजर के पिता ने अपने बेटे का पार्थिव शरीर एंबुलेंस से गृहनगर भिजवाने का आग्रह डीजीपी से किया। डीजीपी के निर्देश पर मानवीय सवंदेनाओं का परिचय देते हुए दुर्ग एसएसपी अजय यादव ने पहले शव का पोस्टमार्टम कराया। एंबुलेंस की व्यवस्था कर एक साथी बीएसपी कर्मी संदीप घुरवा के साथ विकास का शव मेरठ भिजवाया।
पुलिस को दी सूचना
हॉस्टल में विकास के पड़ोसियों ने बताया कि आखिरी बार शुक्रवार को रात 9 बजे उसे देखा था। दरवाजा नहीं खोला तो कुछ लोग दरवाजा तोड़कर उसके कमरे में घुसे। वहां देखा तो विकास पंखे पर फंदा लगाकर झूला हुआ था। पड़ोसियों ने इसकी सूचना भ_ी टीआई भूषण एक्का को दी। जब तक पुलिस हॉस्टल पहुंची लोगों ने दरवाजा तोड़कर शव को फं दे से उतार लिया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए शासकीय लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला भेजा था।