लॉकडाउन बढ़ा तो टूट सकती है 280 साल की परंपरा या बिना भक्तों के निकलेगी रथयात्रा – जगन्नाथ पुरी / रथयात्रा पर सस्पेंस

 

रिपोर्ट मनप्रीत सिंह

रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : 

  • भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा को लेकर तीन विकल्पों पर हो रहा है विचार 
  • 3 मई को हो सकता है इस पर फैसला 
  • पुरी जिले की सीमाएं सील करके रथयात्रा निकालने पर भी विचार 
  • मंदिर के अंदर भी हो सकती है इस बार रथ यात्रा की परंपरा, रथ का निर्माण शुरू हुआ 

 लगभग 280 साल में ये पहला मौका होगा जब कोरोना वायरस के चलते रथयात्रा रोकी जा सकती है। ये भी संभव है कि रथयात्रा इस बार बिना भक्तों के निकले। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। 3 मई को लॉकडाउन के दूसरे फेज की समाप्ति के बाद ही आगे की स्थिति को देखकर इस पर निर्णय लिया जाएगा। 

23 जून को रथ यात्रा निकलनी है। अक्षय तृतीया यानी 26 अप्रैल से इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। मंदिर के भीतर ही अक्षय तृतीया और चंदन यात्रा की परंपराओं के बीच रथ निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर के अधिकारियों और पुरोहितों ने गोवर्धन मठ के शंकराचार्य जगतगुरु श्री निश्चलानंद सरस्वती के साथ भी रथयात्रा को लेकर बैठक की है, लेकिन इसमें अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है।

नेशनल लॉकडाउन के चलते पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से पुरी मंदिर बंद है। सारी परंपराएं और विधियां चुनिंदा पूजापंडों के जरिए कराई जा रही है। 

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