भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है चीन, अब इस क्षेत्र में बढ़ाई सेना की तादाद…
रिपोर्ट मनप्रीत सिंह
रायपुर छत्तीसगढ़ विशेष : पहले तो चीन ने दुनिया को कोरोना वायरस के रूप में ऐसी महामारी दी, जिससे विश्व को महामंदी की कगार पर ला खड़ा है। उसके बाद ड्रैगन अपने पड़ोसी देशों के खिलाफ नई साजिश रचने में लगा है। ताइवान, वियतनाम और भारत सभी पड़ोसी देशों से सटी सीमाओं पर चीन ने अपनी सेना की तादाद को बढ़ाना शुरू कर दिया है, जिससे विश्व परेशान है कि आखिर इस महामारी के दौरान में चीन क्या नई चाल चलने की कोशिश में लगा हुआ है।
अब जो खबर सामने आ रही है, वह ज्यादा की खतरनाक है क्योंकि कुछ दिनों पहले एलएसी पर भारतीय सेना के जवानों से पीटने के बाद अब चीनी सेना ने लद्दाख की गलवान नदी के पास टेंट लगाकर देमचोक क्षेत्र में निर्माण शुरू कर दिया। इससे तीन दिन पहले भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव की खबर आई थी, जबकि सीमा के नजदीक चीनी हेलीकॉप्टर उड़ने के बाद भारतीय वायुसेना ने उसको खदेड़ा था।
रिपोर्ट्स में पता चला था कि चीन की सेना ने 1962 की जंग के एक पुराने पड़ाव पर अपनी संख्या में भारी इजाफा किया है। कुछ दिनों पहले ही यहां पर भारत-चीन के सैनिक आमने-सामने हुए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस इलाके में लंबे समय से चीन की सेना गश्त करती रही है। मौजूदा दौर का टकराव पैट्रोल पॉइंट-14 पर हुआ, जिसके बाद उचित कदम उठाए गए। यह स्थान दौलत बेग ओल्डी हवाई क्षेत्र के करीब है, जो एसएसएन में तैनात सैनिकों की लाइफलाइन है।
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक निर्माण गतिविधियों के लिए डेमचोक में 1,000 से ज्यादा भारी वाहन लाए गए हैं। जिसके बाद डेमचोक सीमा पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बताया जा रहा कि यहां चीन की तरफ से हवाई क्षेत्र का निर्माण किया जा सकता है। विवादित लाइन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के पास चीन के निर्माण को दोनों पक्षों के बीच समझौते के उल्लंघन के रूप में देखा जा रहा है। इसमें दोनों पक्ष सीमा को अछूता छोड़ने की बात पर सहमत हुए थे।
ऐसा नहीं है कि चीन सिर्फ भारत से सटी सीमाओं पर ही तनाव पैदा करने में लगा हुआ है। उसने ताइवान के पास समुंद्र में भी युद्ध अभ्यास करते हुए अपने जंगी बेड़े उतार दिया है। जबकि साउथ चाइना सी में उसके और अमेरिका के बीच टकराव की खबरें हैं। कुछ समय पहले उसने दक्षिण कोरिया के पास उड़ान भरी जिसको खदेड़ने के लिए कोरिया ने अपने विमानों को रवाना किया।