अयोध्या में रामजन्मभूमि समतलीकरण के दौरान मिलीं प्राचीन मूर्तियां, शिवलिंग और कुआं
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH :उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामजन्मभूमि स्थल पर राम मंदिर निर्माण के लिए समतलीकरण का कार्य चल रहा है।अयोध्या में रामजन्मभूमि समतलीकरण के दौरान मिलीं प्राचीन मूर्तियां, शिवलिंग और कुआं राम जन्म भूमि परिसर में विक्रमादित्य युग के मंदिर के साथ कई अन्य मंदिरों के अवशेष दबे होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामजन्मभूमि स्थल पर राम मंदिर निर्माण के लिए समतलीकरण का कार्य चल रहा है। समतलीकरण कार्य के लिए 11 लोग हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जो अवशेष मिले हैं उनमें कलश, 12 से ज्यादा पाषाण स्तंभ जिन पर मूर्तियां बनी हुई हैं। साथ ही बड़ी संख्या में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, नक्काशीदार शिवलिग, प्राचीन कुआं और चौखट भी मिली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए समतलीकरण का कार्य 11 मई से शुरू हुआ था। अब हो गई पुष्टि समतलीकरण के दौरान मंदिर के अवशेष तो मिल गए हैं लेकिन अभी यह स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा जा सकता कि ये अवशेष विक्रमादित्य युगीन मंदिर के हैं या फिर बाद में बने किसी मंदिर के हैं। रामजन्मभूमि परिसर में विक्रमादित्य युग के मंदिर के साथ कई अन्य मंदिरों के अवशेष दबे होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। इन अवशेष में सात ब्लैक टच स्टोन का समीकरण कसौटी के स्तंभ से जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसा माना जाता है कि विक्रमादित्य ने 2000 वर्ष पूर्व जिस मंदिर का निर्माण कराया था, वह कसौटी के ऐसे ही स्तंभों पर ही टिका था। बीते साल सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते साल (2019) में 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि को लेकर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हैं पूरी जमीन पर रामलला का अधिकार दिया था। इस फैसले के साथ ही साफ हो गया था कि जिस गर्भगृह में रामलला विराजमान थे, वहां विक्रमादित्य युगीन मंदिर था। जबिक कोर्ट ने मस्जिद के लिए अलग से जमीन देने का फैसला सुनाया था