पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने की पत्रकार वार्ता, भाजपा नेताओं की हत्या की जांच और केंद्रीय योजनाओं पर दिया बयान

भूपेश सरकार की लूट और कांग्रेस के अंदर की फूट इस अधिवेशन में सामने आ गई है। : पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह

Report manpreet singh

Raipur chhattisgarh VISHESH रायपुर 16 फरवरी 2023 : आज पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने रायपुर स्थित निवास कार्यालय में पत्रकार वार्ता की, इस पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि बस्तर में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की हत्या को लेकर छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक ने एनआईए को पत्र लिखकर जांच करने की मांग की है। उन्होंने 2013 के झीरम घाटी हत्याकांड का उल्लेख करते हुए कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब झीरम घाटी हत्याकांड की जांच के लिए एनआईए को चुना गया था लेकिन तब भूपेश बघेल ने एनआईए से किनारा करते हुए अलग से एसआईटी बना कर झीरम घाटी हत्याकांड की जांच पर जोर दिया था, आज वही भूपेश बघेल बस्तर में भाजपा के नेताओं की हत्या से पल्ला झाड़ने के लिए एनआईए को पत्र लिखकर उन पर विश्वसनीयता भी जता रहे है और उनसे जांच की मांग भी कर रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आगे कहा कि आज प्रदेश में 16 लाख आवास नहीं बन पाए हैं, केंद्र की मोदी सरकार आवास और जल जीवन मिशन जैसी योजनाएं लागू करती है लेकिन भूपेश बघेल राज्यांश से पीछे हटकर इन योजनाओं का लाभ आम जनता को मिलने नहीं दे रहे हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के विषय पर उन्होंने कहा कि “भूपेश सरकार की लूट और कांग्रेस के अंदर की फूट इस अधिवेशन में सामने आ गई है” प्रदेश अध्यक्ष और आदिवासी नेता मोहन मरकाम की फोटो बाद में पोस्टर में चिपकाकर भूपेश बघेल ने बता दिया है कि कांग्रेस में आदिवासी नेताओं का कितना सम्मान है। पहले टीएस सिंह देव को किनारे किया गया और अब मोहन मरकाम को किनारे करके अधिवेशन में यह दिखाने की कोशिश की जा रही है छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के अलावा कांग्रेस में कोई दूसरा नेता नहीं है।

इसके उपरांत पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि पिछले 1 महीने में भारतीय जनता पार्टी के 4 नेताओं की हत्या हुई है, प्रमुख नेताओं को टारगेट करके उनकी हत्या की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि पूरे प्रदेश और बस्तर में भारतीय जनता पार्टी की गतिविधियां बढ़ी हैं और लगातार हो रहे आंदोलन से कांग्रेस में बौखलाहट है और यह एक तरह का षड्यंत्र का हिस्सा प्रतीत होता है। जिससे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के मन में भय उत्पन्न कर दिया जाए ताकि वह बस्तर में भ्रमण ना कर सके और सड़क पर उतर कर कार्य न कर सके। यह पूरा परिदृश्य चुनाव को प्रभावित करने के लिए साजिश का हिस्सा लग रहा है। गौरतलब है कि बस्तर में हुई भाजपा नेताओं की हत्या के विरोध में कल 17 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ में चक्का जाम कर अपना विरोध प्रदर्शन करने जा रही है।

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