खतरनाक कुत्ते पालने का शौक़ीन था सेलिब्रिटी, गायब हुई प्रेग्नेंट प्रेमिका तो कुत्तों के पेट में मिली हड्डी
Report manpreet singh
RAIPUR chhattisgarh VISHESH :दुनिया में कई तरह के क्राइम के मामले सामने आते रहते हैं। कुछ मामले रोंगटे खड़े कर देते हैं तो कुछ पर तो यकीन ही नहीं होता। ब्राजील के मशहूर फुटबॉल गोलकीपर का एक ऐसा क्राइम लोगों के सामने आया, जो वाकई बेहद हैरान करने वाली है। 35 साल के गोलकीपर ब्रूनो फर्नांडेस ने हाल ही में दो पिट्बुल्स के साथ तस्वीर शेयर की। ब्रूनो अभी 22 साल कैद की सजा काट रहा है। उसे उसके घर में ही बीवी के साथ कैद रखा गया है। इस गोलकीपर को बेहद क्रूर हत्या के लिए सजा सुनाई गई थी। दरअसल, ब्रूनों ने अपनी एक्स प्रेमिका को, जो कि प्रेग्नेंट भी थी, उसे मारकर अपने कुत्तों की खिला दिया था। इस हत्यकांड से पर्दा तब उठा था जब उसके कुत्तों के पेट से लाश की हड्डियां मिली थी।
अपनी एक्स लवर की हत्या के आरोप में 22 साल जेल की सजा काट रहे ब्राजील के गोलकीपर इन दिनों चर्चा में है। जिस शख्स ने अपनी प्रेमिका को मारकर कुत्तों को खिला दिया था, उसने फिर से खूंखार कुत्तों को पालना शुरू किया है।35 साल का ये अपराधी अभी अपने ही घर में कैद है। उसके साथ उसकी बीवी रहती है। लेकिन हाल ही में उसकी जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसे देख ऐसा तो बिलकुल नहीं लग रहा कि वो सजा काट रहा है।
2013 में ब्रूनो को अपनी प्रेमिका एलिजा समुदिओ की हत्या और उसे अपने कुत्तों को खिलाने के आरोप में 22 साल जेल की सजा सुनाई गई थी।एलिजा 2010 में अचानक गायब हो गई थी। ब्रूनो ने उसके होने वाले बच्चे को अपनाने से मना कर दिया था।ब्रूना और एलिजा की मुलाक़ात 2009 में एक पार्टी में हुई थी। ये पार्टी ब्रूनो ने ही ऑर्गनाइस की थी।इसके बाद दोनों का एक बेटा हुआ। लेकिन इसके कुछ ही समय बाद एलिजा गायब हो गई। उसका कोई अता-पता नहीं था।
जब खोजबीन की गई तो ब्रूनो के घर में उस समय पाले गए दो खतरनाक कुत्तों की हरकतों से शक शुरू हुआ। जब जांच की गई तो उनके पेट से इंसान की हड्डी मिली।इसके बाद ब्रूनो ने मान लिया कि उसी ने एलिजा को मारकर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर ब्रूनो को खिला दिया था। फरवरी 2010 में एलिजा ने बेटे को जन्म दिया था लेकिन ब्रूनो ने उसे अपनाने से इंकार कर दिया था।ब्रूनो जैसा अपराधी अभी भी ऐसे खूंखार कुत्ते पाल रहा है, इस बात से लोगों में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधी को जेल में रखना चाहिए ना कि यूं खुले में।