पाकिस्तान में पेट्रोल की क़ीमत 249 रुपये 80 पैसे प्रति लीटर और डीज़ल की क़ीमत 262 रुपये 80 पैसे प्रति लीटर पहुची
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH पाकिस्तान के वित्त मंत्री इसहाक़ डार ने देश में पेट्रोल और डीज़ल की क़ीमतों में 35-35 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है. इस फ़ैसले को तत्काल लागू करने की घोषणा की गई इस बढ़ोतरी के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल की क़ीमत 249 रुपये 80 पैसे प्रति लीटर और डीज़ल की क़ीमत 262 रुपये 80 पैसे प्रति लीटर हो गई है.
पाकिस्तान में पेट्रोल पंपों पर एक दिन पहले से ही काफ़ी भीड़ देखने को मिल रही है. लोगों को अनुमान था कि देश में तेल के दाम बढ़ सकते हैं जिसके बाद से लोग अपनी गाड़ियों में तेल भरवाने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं.
वहीं दूसरी ओर ऐसी ख़बरें हैं कि तेल के दामों में बढ़ोतरी की संभावना के मद्देनज़र कई पेट्रोल पंपों ने तेल देना बंद कर दिया था. पाकिस्तान की शहबाज़ शरीफ़ सरकार ने कहा है कि वो उन पेट्रोल पंपों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेगी.
इसके पहले बीते कुछ दिनों से पाकिस्तान के कई शहरों से पेट्रोलियम उत्पादों की क़िल्लत की ख़बरें भी आ रही थीं.
इसहाक़ डार के मुताबिक़, इस कृत्रिम कमी को ख़त्म करने के लिए तेल और गैस रेगुलेटरी अथॉरिटी OGRA की ओर से तत्काल वृद्धि का सुझाव दिया गया था और देश में पेट्रोलियम उत्पादों की कोई कमी नहीं है
तेल के दामों में बढ़ोतरी पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने टिप्पणी की है और कहा है कि यह आयातित सरकार का कुप्रबंधन है.उन्होंने ट्वीट किया है, “एक भ्रष्ट और अक्षम आयातित सरकार के हाथों अर्थव्यवस्था का कुप्रबंधन का ये हाल है कि उसने डीज़ल और पेट्रोल की क़ीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी की है.”
इमरान ख़ान के मुताबिक़, ‘डॉलर को 262.6 रुपये के शीर्ष स्तर पर पहुंचाकर जनता और सैलरीड क्लास को कुचल डाला .’इमरान ख़ान का कहना है कि ‘अब 200 अरब के मिनी बजट के साथ बिजली, गैस की क़ीमतों में इज़ाफ़ा और 35 फ़ीसदी महंगाई में बढ़ोतरी से एक और असामान्य मुद्रास्फीति की लहर की उम्मीद है.’
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा है कि ‘रात को जिन पेट्रोल पंप्स पर पेट्रोल नहीं दिया जा रहा था या जिन्होंने क़ीमतों में बढ़ोतरी के मद्देनज़र अपने पेट्रोल पंप्स बंद किए, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए.’
एक बयान में उन्होंने कहा, ‘प्रशासन को चाहिए कि ऐसे पेट्रोल पंप्स सील कर दे और उन कंपनियों का कारोबार बंद करके मुक़दमा दर्ज कराएं जो लोग ताक़तवर हैं.उन्होंने कहा, ‘बेशक हम सरकार में हैं लेकिन हमें इसकी ज़िम्मेदारी उठानी चाहिए. आम आदमी क़ीमत अदा करता है जबकि ताक़वर माल बनाता है.’ ख़्वाजा आसिफ़ ने दावा किया कि डॉलर और पाकिस्तानी रुपये के ‘सट्टे में कई बैंक शामिल हैं जिनको वो निजी तौर पर जानते हैं. उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए.’