12000 करोड़ रुपये के कृष्णापत्तनम पोर्ट कंपनी लिमिटेड (केपीसीएल) का अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड ने अधिग्रहण किया
• वित्त वर्ष 21 के अनुमानित ईबीआईटीडीए के 10x पर 12,000 करोड़ रुपये के सबसे बड़ा वैल्यू एक्रेटिव अधिग्रहण।
• भारत के दूसरे सबसे बड़े निजी क्षेत्र के पोर्ट में 75% की नियंत्रित हिस्सेदारी हासिल की।
• 2025 तक 500 एमएमटी की हैंडलिंग में तेजी लाने के लिए अधिग्रहण।
• इस अधिग्रहण के साथ, वित्त वर्ष 21 में एपीएसईज़ेड की बाजार हिस्सेदारी 21% से बढ़कर 25% होने की उम्मीद।
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : अहमदाबाद, भारत के सबसे बड़े बंदरगाह डेवलपर,ऑपरेटर और अदाणी समूह केलॉजिस्टिक्स कंपनी, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (“एपीएसईज़ेड”), ने आज 12,000 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वेल्यू पर कृष्णापत्तनम पोर्ट कंपनी लिमिटेड, (केपीसीएल) के अधिग्रहण की घोषणा की। इसके परिणामस्वरूप एपीएसईज़ेड, सीवीआर ग्रुप और अन्य निवेशकों से केपीसीएल में 75% की नियंत्रित हिस्सेदारी हासिल करेगा।
वित्त वर्ष 2021 में, पोर्ट से लगभग 1,200 करोड़ रुपये का ईबीआईटीडीए हासिल होने की उम्मीद है, जिसके परिणामस्वरूप ईवी/ बीआईटीडीए 10x के मल्टिपल में होगा।
केपीसीएल एक मल्टी-कार्गो सुविधा वाला पोर्ट है जो आंध्र प्रदेश के दक्षिणी भाग में स्थित है, जो भारत में दूसरी सबसे बड़ा तटीय क्षेत्र है।यह अधिग्रहण 2025 तक एपीएसईज़ेड को 500 एमएमटी की प्रगति हासिल करने में तेजी लाएगा और यह भारत के पश्चिम और पूर्वी तटों के बीच एपीएसईज़ेड की कार्गो पैरिटी संबंधी घोषित रणनीति को लागू करने में एक और कदम है।
एपीएसईज़ेड के चीफ एक्जिक्यूटिव ऑफिसर और पूर्णकालिक निदेशक, श्री करण अदाणी ने कहा कि “मुझे खुशी है कि भारत का दूसरा सबसे बड़ा निजी पोर्ट, केपीसीएल अब एपीएसईज़ेड पोर्टफोलियो का हिस्सा बन गया है। यह परिवर्तनकारी अधिग्रहण हमें विस्तारित ग्राहक आधार के लिए विश्वस्तरीय ग्राहक सेवा उपलब्ध कराने और उनके लिए अखिल भारतीय समाधान प्रदान करने में सक्षम बनाता है।
धामरा और कट्टुपल्ली पोर्ट जैसे अधिग्रहणों को लेकर हासिल किया गया हमारा अनुभव हमें केपीसीएल की क्षमता का लाभ उठाने में सक्षम बनायेगा। हम वित्त वर्ष 2025 तक केपीसीएल में थ्रूपुट को 100 एमएमटी तक बढ़ाने का लक्ष्य रखेंगे और वित्त वर्ष 2023 तक इसका ईबीआईडीटीए दोगुना करेंगे। 6,700 एकड़ से अधिक के विशाल जलमार्ग और भूमि की उपलब्धता के साथ, केपीसीएल मुंद्रा की उपलब्धि को दोहराने में सक्षम है और 500 एमएमटी की हैंडलिंग के लिए भविष्य में तैयार रहेगा।हम केपीसीएल में अपने परिचालन और रखरखाव की सोच को दोहराएंगे, पर्यावरण पर ध्यान देना जारी रखेंगे, एमिशन स्तर को कम करेंगे और घातक स्थितियों के लिए शून्य सहिष्णुता रखेंगे और इस तरह हितधारकों के रिटर्न्स को बेहतर बनायेंगे।”
अदाणी पोर्ट्स एंड स्पे”शल इकोनॉमिक ज़ोन के बारे में-
विश्व स्तर पर फैले और विविध तरह के कार्यों में शामिल, अदाणी ग्रुप का एक हिस्सा, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (एपीएसईज़ेड), भारत की सबसे बड़ी पोर्ट डेवलपर और ऑपरेटर है। दो दशकों से भी कम समय में, कंपनी ने पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स सेवाओं में शानदार उपस्थिति दर्ज की है। तटीय क्षेत्रों और विशाल भीतरी इलाकों से कार्गो की विशाल मात्रा की हैंडलिंग करते हुए, रणनीतिक रूप से मौजूद एपीएसईजेड के 11 पोर्ट और टर्मिनल – गुजरात में मुंद्रा, दाहेज, कांडला और हजीरा, ओडिशा में धामरा, गोवा में मारमुगाओ, आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम, और चेन्नई में कट्टुपल्ली और एन्नोर – देश की कुल पोर्ट क्षमता के 24% प्रतिनिधित्व करते हैं। कंपनी केरल के विजिंजम में एक ट्रांसशिपमेंट पोर्ट और म्यांमार में एक कंटेनर टर्मिनल भी विकसित कर रही है।