लोकप्रिय हिन्दी शब्द जो पूरे विश्व में बोले जाते हैं
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH हिन्दी एक ऐसी भाषा है जो व्यापक तौर पर बोली जाती है और अब यह एक लोकप्रिय भाषा बन रही है। दुनियाभर में हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस मनाया जाता है। एण्डटीवी के कलाकार आयुध भानुशाली (कृष्णा, ‘दूसरी माँ’), हिमानी शिवपुरी (कटोरी अम्मा, ‘हप्पू की उलटन पलटन’) और शुभांगी अत्रे (अंगूरी भाबी, ‘भाबीजी घर पर हैं’) दुनिया भर में आमतौर पर उपयोग किये जाने वाले हिन्दी शब्दों के बारे में बता रहे हैं। एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ में कृष्णा की भूमिका निभा रहे आयुध भानुशाली ने बताया, ‘‘हिन्दी काफी वर्सेटाइल है और यह केवल भारत ही नहीं, दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बोली जाती है। मुझे यह तब पता चला, जब एक दिन अमेरिका में रहने वाले मेरे पिता के एक बिजनेस फ्रैंड अपने बेटे के साथ हमारे यहाँ आये, जो मेरी ही उम्र का था। और उससे जुड़ने का अनुभव मेरे लिये अनोखा था और मुझे उसे हिन्दी के कुछ शब्द सिखाने में बड़ा मजा आया। वह भी हिन्दी सीखने से बहुत रोमांचित था और उसने कुछ लोकप्रिय मुहावरे और शब्द तुरंत सीख लिये, जैसे कि नमस्ते, दोस्त, मस्ती और वडा पाव (हंसते हैं)। उसने कहा कि हमारा भारतीय वडा पाव अमेरिका में भी बहुत लोकप्रिय है और उसे हमारा मशहूर इंडियन स्ट्रीट फूड खाने में मजा आता है। इसके बाद से वह हर किसी का अभिवादन फिरंगी उच्चारण के साथ हिन्दी में करने लगा। लेकिन मुझे इस बात की बड़ी खुशी हुई कि वह हमारी हिन्दी भाषा के बारे में ज्यादा जानने के लिए काफी उत्साहित था और इसमें दिलचस्पी ले रहा था।’’
एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में कटोरी अम्मा बनीं हिमानी शिवपुरी ने कहा, ‘‘विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हर भाषा की अपनी खासियत होती है। हिन्दी भाषा बहुत विविधता वाली और सुंदर है। यह बेशक मेरी चहेती भाषाओं में से एक है। मेरे पिता संस्कृत और हिन्दी के शिक्षक थे, जिससे मुझे इस भाषा पर पूरी पकड़ पाने में मदद मिली। बीते वर्षों में मैंने इस भाषा को अलग-अलग तरीकों से बोलने में निपुणता हासिल की है, क्योंकि भारत के हर क्षेत्र में हिन्दी की एक खास बोली है। उदाहरण के लिये, कटोरी अम्मा की कनपुरिया बोली अनोखी और मजेदार है। उसे लोगों के बीच काफी लोकप्रियता मिली है, खासकर अम्मा के तकिया कलामों को। और ज्यादा रोचक यह है कि न केवल भारत में प्रशंसक उसे प्यार करते हैं, बल्कि विदेशों में रहने वाले लोग और प्रशंसक भी उसे चाहते हैं। ऐसी ही एक बेहतरीन प्रशंसक यूरोप में मिली थी। एक विदेशी महिला मेरे पास आई और उसने अपने अनोखे उच्चारण में कहने की कोशिश की, ‘‘नमस्ते कटोरी अम्मा जी, हम आपको टीवी पर देखते हैं’’। यह मेरे लिये बड़ा आश्चर्यजनक था, लेकिन मैं बहुत प्रभावित भी हुई। मैं यह देखकर बहुत खुश थी कि हिन्दी के शब्दों को कितने व्यापक तौर पर अपनाया जाता है और हर कोई उन्हें आम बोलचाल में इस्तेमाल करता है।’’ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में अंगूरी भाबी की भूमिका निभा रहीं शुभांगी अत्रे ने कहा, ‘‘हिन्दी भाषा के कई पहलू हैं और उसे अक्सर सरलता और सहजता के लिये पसंद किया जाता है। हिन्दी और भारत के कई दूसरे शब्द अब ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी का हिस्सा हैं और आमतौर पर इस्तेमाल किये जाते हैं। इंडोनेशिया की ट्रिप में मैंने देखा कि कई लोग हिन्दी भाषा और उसके आम शब्दों को जानते हैं। शुक्रिया, गुरू, नमस्कार, पायजामा, शांति, योगा, स्वागत, आदि जैसे शब्द आसानी से बोले जा रहे थे और मैंने देखा कि यह शब्द उनकी शब्दावली का हिस्सा थे। वह सचमुच बेहतरीन अनुभव था। और जब मैं इंडोनेशिया के स्ट्रीट फूड को एक्स्प्लोर कर रही थी तब मैंने सुना कि चाय को वहाँ भी ‘चाय’ ही कहा जाता है, और मुझे घर जैसा एहसास हुआ। मुझे बहुत खुशी है कि हिन्दी ने दुनिया में अपना रास्ता बनाया है और हिन्दी और संस्कृत के कुछ शब्द बहुत आम और लोकप्रिय हो चुके हैं।’’
देखिये ‘दूसरी माँ’ रात 8:00 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन’ रात 10:00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं’ रात 10:30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार केवल एण्डटीवी पर!