मध्यप्रदेश-राजस्थान की राजनीतिक संकट से छत्तीसगढ़ भी भयभीत, आज विधायकों की बैठक लेंगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH :रायपुर, मध्यप्रदेश-राजस्थान की कांग्रेस राजनीतिक संकट से छत्तीसगढ़ भी भयभीत है। आज विधायकों की बैठक ले रहे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल। छत्तीसगढ़ में भी कुछ दिनों पहले स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के इस्तीफा देने की धमकी से लगा था की प्रदेश में राजनीतिक भूचाल आ सकता है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बाहर हो गई है और राजस्थान में तो कांग्रेस की बनी बनाई सरकारें उखड़ने की कगार में है। वहां कांग्रेस के विधायकों की आपसी मतभेदों से ही सरकार उखड़ रही है। प्रदेश में भी सरकार चलाने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कई आदमी सही राह पर काम नहीं कर रहे हैं। जनसंपर्क विभाग में तो अखबारों को कह दिया गया है कि हम विज्ञापन देने के लिए बाध्य नहीं हैं. इसी तरह ना जाने और कई विभागों की स्थिति क्या होगी।
मध्यप्रदेश के बाद राजस्थान में कांग्रेस विधायकों के बागी हो जाने के बाद छत्तीसगढ़ की मजबूत स्थिति को कायम रखने के लिए कांग्रेस सक्रिय हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में बुधवार को कांग्रेस विधायक दल की बैेठक होगी। मुख्यमंत्री निवास पर सभी विधायकों को बुलाया गया है। सरकार ने 15 संसदीय सचिवों की नियुक्ति की है। विधायक दल की बैठक में इन संसदीय सचिवों का सम्मान किया जाएगा। इसी बहाने अन्य विधायकों से भी मुख्यमंत्री संवाद करेंगे। इस बैठक के दौरान विभिन्न विभागीय मंत्रियों के साथ संलग्न किए गए नए संसदीय सचिवों के कामकाज के विषय में भी चर्चा की जाएगी।
कैबिनेट की यह बैठक उस वक्त होने जा रही है जब राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। तीन राज्यों में एक पिछले दिनों एक साथ विधानसभा चुनाव हुए थे। इन चुनावों से पूर्व तीनों राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ और राजस्थान में एक साथ सत्ता परिवर्तन हुआ था। इन राज्यों में भाजपा को सत्ता से बाहर निकाल कर कांग्रेस ने अपनी सरकारें बनाई थीं, लेकिन समय के साथ घटनाक्रम बदला और मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्च वाली कांग्रेस सरकार सत्ता से बाहर हो गई।
राजस्थान में उपजे विवाद के बाद अब वहां भी अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। हालांकि मध्यप्रदेश और राजस्थान की स्थिति से बिल्कुल अलग स्थिति छत्तीसगढ में है। यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार मजबूती के साथ काम कर रही है। राज्य सरकार की स्थिति मजबूत होने और पार्टी संगठन में काेई आंतरिक कलह न होने के बावजूद कहीं न कहीं एक चिंता की स्थिति सरकार में पनपी है।
आज होने जा रही छत्तीसगढ सरकार की कैबिनेट बैठक में वैसे तो कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जानी है। इसी बैठक के दौरान राज्य में काेरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के हालात पर भी मंथन होगा, लेकिन कहा जा रहा है कि इस बैठक के बहाने सीएम भूपेश बघेल अपनी पार्टी के विधायकों की नब्ज भी टटोलेंगे। राज्य में 20 जुलाई से बहुप्रतीक्षित गोधन न्याय योजना की शुरूआत होनी है। इस बैठक में इस योजना की रूपरेखा पर भी विस्तार से चर्चा होगी। इसके अलावा स्वास्थ्य संबंधि व आर्थिक मुद्दों को लेकर सीएम मंत्रीमंडल के सदस्यों से चर्चा करेंगे।