ग्लेजिंग यूनिट से मिलेंगे रोजगार के नए अवसर: मंत्री गुरु रूद्रकुमार
0 माटीकला बोर्ड ने तैयार किया राज्य का दूसरा ग्लेजिंग यूनिट
0 प्रवासी श्रमिकों को मिलेगी सौगात
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड द्वारा सूरजपुर जिले के ग्राम तेलईकछार में राज्य का दूसरा ग्लेजिंग यूनिट स्थापित किया जा रहा है। ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने कहा कि इस ग्लेजिंग यूनिट के शुरू होने से जहां एक ओर रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे, वहीं दूसरी ओर प्रवासी श्रमिकों को स्थाई और नियमित रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सूरजपुर जिले के तेलईकछार में एक नया ग्लेजिंग यूनिट की स्थापना का कार्य पूर्णता की ओर है।
ग्रामोद्योग मंत्री ने कहा कि यहां से तैयार होने वाले बर्तनों का आने वाले समय में शासकीय रेस्ट हाउस, शासकीय कार्यालयों सहित मंत्रालय आदि में उपयोग होगा। ग्रामोद्योग मंत्री ने कहा कि इस यूनिट के प्रारंभ होने से यहां के बर्तनों की मांग बढ़ेगी। यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा और वे लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि यहां तैयार होने वाले मिट्टी के बर्तनों से एक ओर पर्यावरण की रक्षा होगी वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने घरों में इस प्रकार के बर्तनों का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए।
मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने कहा कि लोग आजकल महंगे विविध प्रकार के धातुओं के बने बर्तन खरीदते हैं। यहां बनने वाले बर्तन कम कीमत बहुत में आसानी से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यहां बनने वाले बर्तन स्वास्थ्य एवं पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल होंगे और उनके विक्रय के लिए बाजार भी उपलब्ध होगा। छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि राज्य का यह दूसरा यूनिट है जिसे जल्द ही शुरू कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि ग्लेजिंग बर्तन तैयार करने के लिए प्रथम चरण में 40 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। ग्लेजिंग यूनिट के प्रारंभ होते ही प्रशिक्षित लोगों द्वारा मिट्टी के बर्तनों का उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। दूसरे चरण में 250 लोगों को प्रशिक्षण दिए जाने की योजना है। तेलईकछार में ग्लेजिंग यूनिट की स्थापना, मशीन, औजार और उपकरण लगाकर ‘टर्न की’ बेस पर सामग्री उत्पादन किया गया है।