सतर्कता विभाग की टीम ने एक सहायक अभियंता को रिश्वत लेते हुए पकड़ा तो – कार्रवाई से बचने के लिए वह खुद को कोरोना संक्रमित बताकर मौके से भागने का प्रयास
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH : नुआपाड़ा (ओड़िशा), खरियार रोड में आज अजीबोगरीब वाकया हुआ। सतर्कता विभाग की टीम ने एक सहायक अभियंता को रिश्वत लेते हुए पकड़ा तो कार्रवाई से बचने के लिए वह खुद को कोरोना संक्रमित बताकर मौके से भागने का प्रयास किया। सतर्कता विभाग की टीम की सतर्कता से उसे धर दबोचा गया।
सतर्कता विभाग की टीम ने आज सुबह नुआपड़ा जिले के खरियार रोड नगर स्थित एनएच सब डिवीजन के रेस्ट हाउस में छापेमारी कार्रवाई की। राष्ट्रीय राजमार्ग के सहायक अभियंता संजोग मेहेर को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने पेट्रोल पंप के लिए भूमि का साइट निरीक्षण रिपोर्ट देने के नाम पर शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग की थी।
पेट्रोल पंप के लिए निरीक्षण रिपोर्ट
अधिकारिक जानकारी के अनुसार खरियार रोड वार्ड तीन आदिवासी पारा निवासी सुशांत कुमार कोलुहारस ने कोमना ब्लाक गोहीरापदर गांव में नेशनल हाईवे 353 के किनारे स्थित अपनी भूमि में पेट्रोल पंप खोलने के लिए आवेदन दिया है। जिसके लिए मौका मुआयना कर एनओसी देने अभियंता उन्हें महीनों घुमाते रहा । और बाद में आवेदनकर्ता के पक्ष में साइट निरीक्षण की रिपोर्ट देने के एवज में एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने लगा। शिकायतकर्ता ने इतनी रकम देने में असमर्थता जताई तो आरोपी ने बीस हजार रुपये की मांग की।
टीम ने योजना बनाकर दी दबिश
सुशांत कुमार ने इसकी शिकायत सतर्कता विभाग से की। जिसके बाद शुक्रवार को योजनाबद्ध तरीके से कोरापुट विजिलेंस विभाग की टीम ने विजलेंस डीएसपी सत्यवान महानंद के नेतृत्व में दबिश दी। कार्रवाई करते हुए आरोपी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
अभियंता ने लगाया मारपीट का आरोप
दूसरी ओर आरोपी अभियंता संजोग मेहेर आरोपो को बेबुनियाद बता रहा है। संजोग का कहना है कि वह जब्त रुपये के विषय में नहीं जानता है। रुपये उसके पास से बरामद नहीं हुए हैं और न ही उसके हाथों में किसी प्रकार का केमिकल या रंग लगा है। उसका कहना है कि उसे फंसाया जा रहा है। साथ ही संजोग ने विजिलेंस विभाग के अधिकारियों द्वारा मारपीट किए जाने की भी बात कही है। इस पर डीएसपी महानंद ने कहा कि आरोपित ने कार्रवाई करने पहुंची टीम को चकमा देकर भागने का प्रयास किया और जांच में सहयोग भी नहीं कर रहा था। वहीं सूचना यह भी है कि उसने कोरोना संक्रमित होने का बहाना बनाकर बचने का प्रयास किया।
ठिकानों पर हो सकती है छापामारी
डीएसपी महानंद ने बताया कि आरोपी को भवानीपटना विजिलेंस अदालत में पेश किया जाएगा। आरोपी अभियंता और व उसके परिजनों के भी रिकॉर्ड निकाले जा रहे हैं। उसके दूसरे ठिकानों में भी छापेमारी की जा सकती है। कार्रवाई में कांस्टेबल अजय सिंग, अस्सिटेंट कलेक्टर कालाहांडी शंकर बाग, गवाह के रूप में कालाहांडी शिक्षा विभाग के रविंद्र कुमार महंती आदि शामिल हैं।