परिजनों ने बिना पोस्टमॉर्टम के दफना शव, 3 महीने बाद मजिस्ट्रेट से अनुमति लेकर उनकी मौजूदगी मे कब्र खोदकर निकाला गया शव, केस दर्ज करने के बाद भूल गई पुलिस

Report manpreet singh

Raipur chhattisgarh VISHESH बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस को एक केस की जांच करने के लिए तीन माह से दफन शव को निकलवाना पड़ा। ग्रामीण की मौत के बाद परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। तीन माह बाद पुलिस जांच के लिए जब गांव पहुंची, तब इसका खुलासा हुआ।

ऐसे में पुलिस ने मजिस्ट्रेट से अनुमति लेकर उनकी मौजूदगी में शव को कब्र खोदकर बाहर निकलवाकर पोस्टमॉर्टम कराया। मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, ग्राम सेमराडीह निवासी अनिकेत नेताम बाइक मैकेनिक हैं। उसने बीते 25 मई को थाने में केस दर्ज कराया। जिसमें बताया कि उसके पिता भागवत प्रसाद अपने दामाद रामकुमार जगत के साथ किसी काम से जोंधरा की ओर जा रहे थे। जोंधरा में तेज रफ्तार हाईवा ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी थी, जिससे रामकुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद आसपास के लोगों ने रामकुमार के साथ ही भागवत प्रसाद को बलौदाबाजार जिले के लवन स्थित अस्पताल में भर्ती कराया था। परिजन लेकर आ गए थे बिलासपुर घटना की जानकारी मिली, तब परिजन लवन पहुंचे। वहां भागवत प्रसाद को मामूली चोंटे आई थी। वहीं, रामकुमार की स्थिति गंभीर थी। उसकी हालत देखकर परिजन उसे इलाज के लिए बिलासपुर लेकर आ गए। यहां कुछ दिन अस्पताल में इलाज कराने के बाद परिजन अपनी आर्थिक हालात को देखते हुए रामकुमार को घर ले गए और 2 जून को उसकी मौत हो गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *